जिसके चार से संबंध, वह पवित्र कैसे? प्रेमानंद महाराज के इस बयान पर मचा 'सोशल' तूफान
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बाद प्रेमानंद महाराज जी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें यह दावा किया जा रहा है कि वह महिलाओं पर सवाल उठा रहे हैं।;
मथुरा: संत प्रेमानंद महाराज विवादों से दूर रहते हैं। वह ढोंग और अंधविश्वास की बातें नहीं करते हैं। साथ ही तार्किक बातों से लोगों को जीवन का मतलब समझाते हैं। उनका एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिससे से सोशल तूफान आ गया है। सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं कि कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बाद प्रेमानंद महाराज ने भी महिलाओं को टारगेट किया है। हालांकि वायरल वीडियो पूरी बात का कुछ हिस्सा है। वह महिला और पुरुष दोनों के लिए ऐसी बातें कर रहे हैं। न्यूज वर्षा.कॉम उस वीडियो के बारे में आपको पूरी बात बता रहा है।
दरअसल, किसी भक्त ने प्रेमानंद महाराज जी से सवाल किया कि महाराज जी बच्चे चाहे अपने मन से शादी करें या फिर माता पिता की मर्जी से करें, दोनों ही परिस्थिति में परिणाम अच्छे नहीं आते हैं। इस पर प्रेमानंद महाराज जी कहते हैं कि अच्छे आएंगे कैसे, आजकल बच्चे और बच्चियों के चरित्र पवित्र नहीं हैं। हमारी माताओं-बहनों के पहले की रहन सहन देखो।
उन्होंने कहा कि हमारी गांव में बूढ़ी थी लेकिन हमेशा घूंघट में रहती थीं। आज के बच्चे बच्चियों की पोशाकें देखो, कैसे आचरण कर रहे हैं। एक लड़के से ब्रेकअप और फिर दूसरे से व्यवहार। यही व्यवहार व्यभिचार में परिवर्तन हो रहा है। ऐसे में मन कैसे शुद्ध होगा। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि हमें चार होटल के खाने की आदत पड़ गई है तो घर की रसोई का भोजना कैसे अच्छा लगेगा।
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि जिसे चार लोगों से मिलने की आदत पड़ गई है, वह एक पति को कैसे स्वीकार करेगी। वैसे ही पुरुष अगर चार लड़कियों से व्यभिचार करेंगे तो वह अपनी पत्नी से संतुष्ट नहीं रहेगा। उसे चार से व्याभिचार करना पड़ेगा। हमारी आदतें खराब हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आजकल बहू और पति मिलना बहुत मुश्किल है। सौ में दो-चार कन्याएं होंगी, जो अपने पति के प्रति समर्पित होंगी।
उन्होंने कहा कि जो चार लड़कों से मिल चुकी है, वह सच्ची बहू बनेगी। जो चार लड़कियों से मिल चुका है, वह सच्चा पति बनेगा। हमारा देश धर्म प्रधान देश है। हममें विदेशी माहौल घुस गया। लिव इन रिलेशन क्या है, यह गंदगी का खजाना है। हमारे यहां पवित्रता के लिए जान दे दी, जब मुगलों का आक्रमण हुआ। अपने शरीर को छूने नहीं दी।
प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि हमारे देश में अपने पति के लिए प्राण देने की परंपरा रही है। अब पतियों के साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है। पत्नी को अर्द्धांगनी माना गया है। विवाह के बाद पूरे गांव की देवी देवताओं की पूजा होती। हमारे देश में जीवन समर्पित किया जाता है। हमारा देश विदेश नहीं है, आज उसके साथ और कल उसके साथ। उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे बच्चियां ही पवित्र नहीं हैं।
गौरतलब है कि प्रेमानंद महाराज जी की पूरी बातें सुनने से पता चलता है कि वह महिलाओं को टारगेट नहीं कर रहे हैं। उन्होंने पूरे समाज के बारे में बात कही है।