Aiims Hostel Video: एक कप चाय की कीमत से भी कम है एम्स हॉस्टल का किराया, होटल जैसी हैं सुविधाएं

Aiims Hostel Room Tour: मेडिकल के छात्र ने देवघर एम्स के हॉस्टल रूम का टूर करवाया है, जिसका किराया सिर्फ 15 रुपए है। इससे महंगी तो चाय आती है।

Update: 2024-09-28 09:14 GMT

नई दिल्ली: भारत से सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज एम्स में पढ़ना छात्रों का सपना रहता है। कठिन परीक्षा पास करने बाद दिल्ली एम्स के लिए मुट्ठी भर छात्रों का चयन होता है। एम्स के पूरे भारत भर में 25 कॉलेज हैं, जिसमें कुल 3769 छात्र पढ़ाई करते हैं। यहां पढ़ने वाले छात्र कैंपस में बने हॉस्टल में रहते हैं, जिसका एक वीडियो वायरल हो रहा है।

देवघर एम्स का है वीडियो

वायरल वीडियो में छात्र एम्स हॉस्टल के कमरे के बारे में बता रहा है। एम्स रूम टूर के इस वीडियो में वहां की सुविधाओं का जिक्र हो रहा है। यह वीडियो देवघर एम्स के हॉस्टल का है।


5,586 रुपए का एम्स से एमबीबीएस करने पर आता खर्च

वीडियो शूट छात्र कमरे के बाहर से करता है। वह कहता है कि एम्स से एमबीबीएस करने पर केवल 5,586 रुपए का खर्च आता है। छात्रों ने बताया कि वह छात्रावास में एक सुसज्जित कमरे में अकेले रहता था, जिसका किराया उसे केवल 15 रुपए प्रतिमाह देना पड़ता था। दिखाए गए कमरे में एक बड़ा बिस्तर, स्टडी टेबल, घूमने वाली कुर्सी और एक अलमारी है। छात्र कहता है कि कमरे में 24 इन टू सेवन बिजली की आपूर्ति भी होती है, जिसका खर्च मुझे चार रुपए प्रति महीने आता है।

इसके साथ ही छात्र कमरे की बालकनी से कैमरे को घुमाकर एक खूबसूरत क्षेत्र भी दिखा है। जहां से सूर्यास्त को दिखाना रोमांचकारी है।


वहीं, दूसरे वीडियो में एम्स का छात्र अपने हॉस्टल को एक ट्विस्ट के साथ दिखा है। साथ ही तंज वाले अंदाज में कहता है कि संस्थान में सुविधाओं की भरमार है, इसलिए अन्य लोगों को इस संस्थान में दाखिला नहीं लेना चाहिए।

तंज वाले अंदाज में बयां किया सुविधाओं का हाल

इसके साथ ही उसने कहा कि एम्स में दाखिला मिलने के बाद लोग आपको बधाई देने लगते हैं। यह बहुत परेशान करने वाला हाल होगा। कौन ऐसे संस्थान का हिस्सा बनना चाहेगा, जहां सरकार प्रत्येक मेडिकल छात्र पर 1.17 करोड़ रुपए खर्च करती है।

मिलियन में आ गए व्यू

वहीं, इस वायरल वीडियो पर मिलियन में व्यू आ गए हैं। इस वीडियो के जरिए उसने दर्शाया है कि मेडिकल प्रोफेशनल तैयार करने के लिए सरकार कितना खर्च करती है। नीट में शीर्ष रैंकर को ही एम्स में प्रवेश मिलता है। इसलिए वे सर्वश्रेष्ठ छात्र होते हैं। कड़ी मेहनत के बाद छात्रों को यहां दाखिला मिलता है। देवघर एम्स नया ही खुला है। 

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