मुंबई: मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी के बीते दिनों अच्छे दिन आ गए थे। रिलायंस पावर का शेयर रॉकेट बना हुआ था। बीते कुछ दिनों में निवेशकों को रिलायंस पावर ने 100 फीसदी मुनाफा दिया था। शुक्रवार को निवेशकों और अनिल अंबानी के लिए शेयर मार्केट से बुरी खबर आई है। रिलायंस पावर लिमिटेड के शेयर में पांच फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। 15 दिनों से लगातार चढ़ रहे शेयर में गिरावट सफलता का सिलसिला तोड़ रहा है। शेयरों में यह गिरावट तब दर्ज की गई, जब कंपनी ने तीन अक्टूबर को आयोजित मीटिंग में 4200 करोड़ रुपए का फंड़ जुटाने की घोषाणा की।

कंपनी ने गुरुवार को कहा था कि रिलायंस पावर बोर्ड ने वर्डे इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स, एलपी के सहयोंगियों को निजी प्लेसमेंट के आधार पर 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक के अल्ट्रा लो कॉस्ट ब्याज दर पर 5 फीसदी प्रति वर्ष, असुक्षरित 10 साल की लंबी अवधि के एफसीसीबी जजारी करने को मंजूरी दे दी है।

रिलायंस पावर ने हाली ही में 46.20 करोड़ इक्विटी शेयरों की भारी मात्रा आवंटित करके एक रणनीतिक कदम उठाया, जिसका मूल्य 1524.60 करोड़ रुपए है। यह तरजीही आवंटन इसकी मूल कंपनी, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को वितरित किया गया, जो एक महत्वपूर्ण डेवलपमेंट को दर्शाता है।

इस सौदे में उनके साथ दो गैर प्रवर्तक संस्थाएं, ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और सनातन फाइनेंशियल एडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड शामिल थीं। इस संस्था का प्रतिनिधित्व संजय कोठरी और मीनाक्षी संजय कोठारी की टीम ने किया। यह साहसिक कदम रिलायंस पावर की अक्षय उर्जा क्षेत्र में अपनी पैठ मजबूत करने की बड़ी योजना का एक हिस्सा है।

वहीं, रिलायंस पावर के शेयर मूल्यों में भारी गिरावट के बीच, ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अनिल अंबानी की जीत का सिलसिला जल्द ही खत्म हो सकता है। ऐसी अटकलें हैं कि रिलायंस पावर का शेयर फिर से प्रति शेयर 30 रुपए के करीब पहुंच सकता है।