गांव के छोरे ने कर दिया कमाल, 3 हजार रुपये से शुरू किया बिजनेस आज 8 करोड़ की कंपनी
हरियाणा के भावेश चौधरी ने 3,000 रुपये की छोटी शुरुआत से 'कसुतम बिलोना घी' ब्रांड बनाकर करोड़ों का बिजनेस खड़ा किया। पारंपरिक बिलोना पद्धति से बने A2 घी की शुद्धता ने उन्हें 15,000 से ज्यादा ग्राहकों का भरोसा दिलाया। परिवार के विरोध और सीमित संसाधनों के बावजूद, भावेश ने सोशल मीडिया का उपयोग कर अपनी पहचान बनाई।
नई दिल्ली: हरियाणा के युवा उद्यमी भावेश चौधरी ने अपनी मेहनत और दूरदर्शिता से 'कसुतम बिलोना घी' नामक ब्रांड खड़ा किया है। पारंपरिक बिलोना तकनीक से बने A2 देसी घी का कारोबार शुरू कर उन्होंने 3,000 रुपये की मामूली शुरुआत से करोड़ों का व्यापार खड़ा कर दिया। उनका उद्देश्य लोगों को शुद्ध और सेहतमंद घी उपलब्ध कराना है।
भावेश का परिवार फौज में सेवा करने वालों का रहा है, और उन्हें भी इस पेशे को अपनाने की सलाह दी जाती थी। लेकिन भावेश का सपना कुछ अलग करने का था। उन्होंने BSc में दाखिला लिया, लेकिन पढ़ाई में रुचि न होने के कारण उसे बीच में ही छोड़ दिया। परिवार वालों ने उनके फैसले का विरोध किया और उन्हें मजदूरी या खेती के लिए तैयार रहने को कहा।
युवावस्था के संघर्ष के दौरान, भावेश को कॉलेज के दिनों की एक बात याद आई। उनके हॉस्टल के साथी अक्सर उनसे गांव से शुद्ध देसी घी लाने की मांग करते थे। यहीं से उन्हें एक विचार आया कि शहरों में शुद्ध घी की भारी डिमांड है। इस आइडिया के साथ, उन्होंने देसी गाय के दूध से बिलोना पद्धति द्वारा घी बनाना शुरू किया।
सोशल मीडिया के जरिए भावेश को जल्द ही पहला ऑर्डर मिला। एक हफ्ते में मिले इस ऑर्डर से उन्होंने 1,125 रुपये की कमाई की। यह उनके सफर की शुरुआत थी। कड़ी मेहनत और लगन से उन्होंने लोगों का भरोसा जीता। आज उनके ब्रांड के पास 15,000 से अधिक ग्राहक हैं, और उनके घी की मांग पूरे देश में है।
भावेश का कारोबार अब हर महीने 70 लाख रुपये का है, और उनकी कंपनी की कुल वैल्यू 8 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है। उन्होंने दिखा दिया कि सच्ची लगन और सही रणनीति से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। उनकी कहानी न केवल ग्रामीण युवाओं, बल्कि हर महत्वाकांक्षी उद्यमी के लिए प्रेरणा है।
भावेश चौधरी ने अपने पारंपरिक घी के जरिए शुद्धता का स्वाद लोगों तक पहुंचाया है। उनका सफर यह साबित करता है कि जुनून और मेहनत से बड़ी से बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है।