मुंबई: टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा की हालत गंभीर है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। इसे देखते हुए बुधवार को उन्हें मुंबई के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। इस खबर के बाद पूरे देश में दुआओं का दौर जारी है।

आपको बता दें कि टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा की उम्र 86 साल है। सोमवार को उन्हें रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उम्र की वजह से कई दिक्कतें थीं। सोमवार को उन्होंने पोस्ट किया था कि मैं अपने स्वास्थ्य के बारे में फैली अफवाहों से अवगत हूं और सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि ये दावे निराधार हैं। मैं वर्तमान में अपनी उम्र और संबंधित चिकित्सा स्थितियों के कारण मेडिकल चेकअप करवा रहा हूं। चिंता की कोई बात नहीं है। मैं अच्छे मूड में हूं। साथ ही अनुरोध करता हूं कि जनता और मीडिया गलत सूचना फैलाने से बचें।

दरअसल, रतन टाटा 1991 में टाटा समूह के अध्यक्ष बने थे। उन्होंने अपने पूर्वजों द्वारा स्थापित इस समूह को 2012 तक चलाया। रतन टाटा ने ही 1996 में टाटा टेलीसर्विसेज नामक ब्रांड की स्थापना की थी। 2004 में आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी के नाम से यह जाने जानी लगी। रतन टाटा ने अमेरिकन एक्सप्रेस प्लेटिनम कार्ड से 2012 में इस्तीफा दे दिया था। वहीं, टाटा संस, टाटा इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और टाटा केमिकल्स के मानद अध्यक्ष की उपाधि बरकरार रखी है।

गौरतलब है कि रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। उन्होंने अपनी आंखों से टाटा ग्रुप को इस ऊंचाईयों तक पहुंचते देखा है। साथ ही उन्होंने अध्यक्ष रहते हुए काफी मेहनत की। इसके साथ ही ग्रुप के कर्मचारियों का भी खूब ख्याल रखा है। उनकी मदद भी की है।