दिल्ली: भारतीय शेयर बाजार ने पिछले सप्ताह काफी उतार-चढ़ाव देखा। सेंसेक्स 4100 अंकों से अधिक गिर गया, जिससे निवेशकों को 16 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इस गिरावट के पीछे मुख्य कारण वैश्विक स्तर पर तनावपूर्ण स्थिति है। ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव और चीन की ओर से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है।

इन कारणों से, सभी क्षेत्रों में बिकवाली देखी गई। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 4148 अंक गिर गया है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण घटकर 461.26 लाख करोड़ रुपये रह गया है। यह एक बड़ी गिरावट है। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भी भारतीय बाजार से पैसे निकाल रहे हैं। पिछले चार कारोबारी सत्रों में एफआईआई ने लगभग 32,000 करोड़ रुपये निकाले हैं।

विश्लेषकों का मानना है कि चीनी बाजार में कम कीमतों पर शेयर उपलब्ध होने के कारण विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से पैसे निकाल रहे हैं। इसके अलावा, मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने से भी निवेशकों की चिंता बढ़ी है। मुख्य कारण ईरान और इजरायल के बीच तनाव है। क्या इस हफ्ते भी बिकवाली रहेगी?

इसको लेकर एक्सपर्ट का मानना है कि अगले सप्ताह आने वाले कंपनियों के तिमाही परिणामों पर नजर रहेगी। वहीं एग्जिट पोल में दो राज्यों में बीजेपी की हार दिख रही है और 8 को जब असली नतीजे आएंगे तब ये भी बाजार को प्रभावित कर सकते हैं। यदि कंपनियों के नतीजे बेहतर आए तो बाजार के ऊपर जाने की उम्मीद है लेकिन अभी सभी मौजूदा कारण चिंता पैदा करने वाले हैं।