बिहार: अपार कार्ड नहीं बनाने पर 128 हेडमास्टरों का वेतन कटा, शिक्षा विभाग की कार्रवाई से हड़कंप
Bihar Education Department: बिहार के सिवान में 128 प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई हुई है। शिक्षा विभाग ने इनका वेतन काट लिया है। ये प्रधानाध्यापक बच्चों का अपार कार्ड नहीं बना पाए। अपार कार्ड बच्चों की डिजिटल पहचान है। यह आधार कार्ड से जुड़ा होता है। इससे बच्चों को आगे मदद मिलेगी।
सिवान: बिहार के सिवान जिले में 128 स्कूल प्रधानाध्यापकों का वेतन काट दिया गया है। यह कार्रवाई छात्रों के अपार कार्ड ना बनाने की लापरवाही के चलते हुई है। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को अपार कार्ड बनाने के निर्देश दिए थे, लेकिन इन प्रधानाध्यापकों ने आदेशों का पालन नहीं किया। यही कारण है कि शिक्षा विभाग ने एक्शन लेते हुए इनके खिलाफ कार्रवाई की है।
सिवान जिले में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 128 स्कूल प्रधानाध्यापकों के वेतन में कटौती की है। इन पर आरोप है कि उन्होंने अपने स्कूल के बच्चों का अपार कार्ड नहीं बनाया। जिला शिक्षा पदाधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। इस आदेश में दारौंदा, दरौली, बसंतपुर, बड़हरिया समेत कई प्रखंडों के स्कूल शामिल हैं। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को अपार कार्ड बनाने के निर्देश दिए थे, लेकिन इन प्रधानाध्यापकों ने इन निर्देशों की अनदेखी की।
अपार कार्ड एक डिजिटल पहचान पत्र होता है, जो हर छात्र के आधार कार्ड से जुड़ा होता है। इससे छात्रों को स्कूल बदलने में आसानी होगी। भविष्य में वोटर आईडी कार्ड बनाने में भी यह मदद करेगा। हर छात्र का एक यूनिक आईडी नंबर होगा। यह यू-डायस पोर्टल के जरिए बनता है। केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय के 9वीं से 12वीं कक्षा के बच्चों के अपार कार्ड पहले ही बन चुके हैं। इसके लिए बच्चों के माता-पिता से सहमति पत्र लिया जाता है।
शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि सभी बच्चों के अपार कार्ड बनाए जाएं। लेकिन, सिवान के इन 128 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने इन निर्देशों का पालन नहीं किया। इस लापरवाही के कारण ही उनका वेतन काटा गया है। शिक्षा विभाग का कहना है कि नियमों का पालन करना सभी के लिए जरूरी है। बच्चों के भविष्य से जुड़े मामलों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।