बिहार के नियोजित शिक्षकों के लिए गुड न्यूज, नीतीश सरकार की नई नीति से तो निकल पड़ी

Bihar Teacher News: बिहार सरकार ने नई शिक्षक नियमावली लागू की। नियोजित शिक्षकों का तबादला फिलहाल रोक दिया गया। सक्षमता परीक्षा पास शिक्षक अपने वर्तमान स्कूल में ही पढ़ाते रहेंगे।

पटना: बिहार में नियोजित शिक्षकों के तबादले पर फिलहाल रोक लग गई है। नीतीश सरकार ने गुरुवार को नई नियमावली को मंजूरी दे दी। इसमें सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों का भी तबादला नहीं होगा। वे अभी जिस स्कूल में हैं, वहीं पढ़ाते रहेंगे। परीक्षा पास करने के लिए अब पांच मौके मिलेंगे, पहले तीन थे। नियुक्ति भी पहले अस्थायी होगी, बाद में स्थायी होगी। गड़बड़ी करने वालों का तबादला हो सकता है। वेतन BPSC शिक्षकों के बराबर होगा।

दरअसल, बिहार कैबिनेट ने गुरुवार को शिक्षकों के लिए नई नियमावली पास की है। इससे नियोजित शिक्षकों के तबादले और पोस्टिंग के नियम तय हो गए हैं। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि सक्षमता परीक्षा पास करने के बाद भी शिक्षकों का फिलहाल तबादला नहीं होगा। वे जिस स्कूल में अभी पढ़ा रहे हैं, वहीं पर काम करते रहेंगे।

पहले यह माना जा रहा था कि परीक्षा पास करने के बाद शिक्षकों का तबादला हो सकेगा, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इसके अलावा, सक्षमता परीक्षा पास करने के लिए अब शिक्षकों को पांच मौके दिए जाएंगे। पहले यह संख्या तीन थी। यह उन शिक्षकों के लिए राहत की खबर है, जो परीक्षा पास नहीं कर पा रहे थे।

नई नियमावली के अनुसार, नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति पहले औपबंधिक होगी। शिक्षा विभाग द्वारा उनके प्रमाण पत्रों की जांच के बाद ही उन्हें स्थायी नियुक्ति दी जाएगी। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है कि सभी नियुक्त शिक्षक योग्य हों और उनके दस्तावेज सही हों।

सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर कोई शिक्षक गड़बड़ी करता हुआ पाया जाता है, तो उसे सजा के तौर पर दूसरे स्कूल में ट्रांसफर किया जा सकता है। जिले के अंदर तबादले का अधिकार जिलाधिकारी को होगा, जबकि जिले के बाहर तबादले का अधिकार शिक्षा विभाग के निदेशक के पास होगा। शिक्षकों को ट्रांसफर और पोस्टिंग के खिलाफ अपील करने का भी अधिकार होगा। वे अपनी अपील विभाग के सचिव के पास कर सकेंगे।

नई नियमावली में वेतन को लेकर भी बड़ा बदलाव किया गया है। जो नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास कर चुके हैं या भविष्य में करेंगे, उन्हें BPSC शिक्षकों के समान वेतन और भत्ते मिलेंगे। भले ही उनकी तैनाती मौजूदा स्कूल में ही क्यों न हो।

सरकार के अनुसार, अब तक 3.39 लाख नियोजित शिक्षकों में से 2.55 लाख सक्षमता परीक्षा पास कर चुके हैं। अब तक सक्षमता परीक्षा के दो चरणों का आयोजन हो चुका है। तीसरा चरण जनवरी 2025 में होगा। इसके बाद भी अगर कोई नियोजित शिक्षक यह परीक्षा पास करने से वंचित रह जाता है, तो उसे दो मौके और दिए जाएंगे।

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