बिहार के जमुई में शिक्षा विभाग के लिए एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है। ई-शिक्षा पोर्टल पर अपलोड आंकड़ों से पता चला है कि 9308 बच्चों ने दो-दो स्कूलों में दाखिला ले रखा है। ये बच्चे शिक्षा विभाग की सभी योजनाओं का लाभ दो जगहों से उठा रहे हैं। यह मामला सामने आने के बाद विभाग के अधिकारी परेशान हैं और ऐसे बच्चों की पहचान करने में जुट गए हैं।

हैरानी की बात यह है कि जमुई के जिन स्कूलों में इन बच्चों का नाम है, उनका नाम रोहतास, समस्तीपुर, सारण, बेगूसराय और नालंदा के स्कूलों में भी दर्ज है। ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर आंकड़े अपलोड होने के बाद यह घपला सामने आया। अधिकारी अब आंकड़ों की समीक्षा करके ऐसे बच्चों की पहचान करने में जुटे हैं।

इन 9308 बच्चों में सबसे ज्यादा बच्चे लखीसराय में नामांकित हैं। लखीसराय में 113, नवादा में 61, बांका में 39, शेखपुरा में 10, भागलपुर और पटना में तीन-तीन, बेगूसराय, समस्तीपुर, रोहतास और सारण में एक-एक बच्चे नामांकित हैं। इसके अलावा 4397 बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने जिले के ही दो अलग-अलग स्कूलों में दाखिला ले रखा है।