बिहार: 1130 प्राइवेट स्कूलों पर एक्शन की तैयारी, शिक्षा विभाग ने दिया है मात्र 7 दिन; जानें

Bihar Private School: सिवान के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने निजी विद्यालयों को ई-शिक्षा कोष और यू डायस पर बच्चों की प्रविष्टि शत प्रतिशत कराने के निर्देश दिए हैं। आदेश का अनुपालन नहीं करने पर विद्यालय का कोड निरस्त करने की चेतावनी दी है।

बिहार के सिवान में जिला शिक्षा पदाधिकारी राघवेंद्र प्रताप सिंह ने प्राइवेट स्कूलों के अध्यक्षों, सचिवों और नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में डीईओ ने कई अहम निर्देश दिए। सबसे पहले तो उन्होंने सभी प्राइवेट स्कूलों को ई-शिक्षा कोष और यू-डायस पोर्टल पर बच्चों की जानकारी पूरी तरह से अपडेट करने को कहा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर स्कूल ऐसा नहीं करते हैं तो उनका कोड रद्द कर दिया जाएगा।

डीईओ ने बताया कि जिले में लगभग 1130 स्कूल ऐसे हैं जिन्होंने ई-समाधान पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन तो शुरू किया है लेकिन उसे पूरा नहीं किया है। उन्होंने ऐसे स्कूलों को एक हफ्ते का समय देते हुए चेतावनी दी कि अगर उन्होंने अपना आवेदन पूरा नहीं किया तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा।

डीईओ ने यू-डायस 2024-25 के लिए स्टूडेंट प्रोग्रेशन, स्कूल प्रोफाइल और टीचर प्रोफाइल का काम भी जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह काम तीन महीने पहले ही शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन अभी तक इसकी प्रगति संतोषजनक नहीं है। उन्होंने सभी स्कूलों को 15 दिनों के अंदर यह काम पूरा करने को कहा।

इसके अलावा डीईओ ने उन बच्चों का नामांकन एक स्कूल से रद्द करने का निर्देश दिया जिनका नाम सरकारी और प्राइवेट दोनों स्कूलों में दर्ज है। उन्होंने कहा कि कई विद्यार्थियों का नामांकन निजी और सरकारी, दोनों विद्यालयों में है। इस तरह के दोहरे नामांकन वाले विद्यार्थियों का नामांकन एक विद्यालय से रद्द करने का निर्देश दिया गया। है

डीईओ ने सभी प्राइवेट स्कूलों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि उनके यहां पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षित शिक्षक हों। उन्होंने कहा कि प्रत्येक निजी विद्यालय में कक्षा एक से पांच तक में प्रधानाध्यापक सहित कम से कम छह प्रशिक्षित शिक्षक एवं कक्षा एक से आठ तक में प्रधानाध्यापक सहित कम से कम नौ प्रशिक्षित शिक्षक होना अनिवार्य है, इसका अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

साथ ही, जिन स्कूलों को मान्यता मिल चुकी है लेकिन उन्होंने ज्ञानदीप पोर्टल पर अपनी इनटेक कैपेसिटी अपलोड नहीं की है, उन्हें तीन दिनों के अंदर ऐसा करने का निर्देश दिया गया। ऐसा न करने पर उन पर कार्रवाई की जाएगी।

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