बिहार में इस बार छठ पूजा पर सरकारी स्कूलों के खुलने से बवाल मचा हुआ है। शिक्षक संघ इसका विरोध कर रहे हैं, खासकर महिला शिक्षिकाएं परेशान हैं। मामला यह है कि छठ पूजा के दिनों में नहाय-खाय और खरना पर स्कूल खुले रहेंगे। शिक्षक संघों का कहना है कि इससे छठ पूजा करने वाली महिला शिक्षिकाओं को काफी दिक्कत होगी।

दरअसल, बिहार सरकार ने 2024 के लिए छुट्टियों का कैलेंडर जारी किया है। इसमें दीपावली और छठ पूजा पर कम छुट्टियां दी गई हैं। दीपावली पर सिर्फ एक दिन की छुट्टी है, जबकि पहले छठ तक स्कूल बंद रहते थे।

टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के राजू सिंह और संजीत भारती ने बताया कि 31 अक्टूबर को दीपावली पर सिर्फ एक दिन की छुट्टी से शिक्षकों को अपने घर जाने में परेशानी होगी। वहीं, 60 फीसदी महिला शिक्षिकाएं छठ करती हैं, उन्हें भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

छठ पूजा 5 नवंबर को नहाय-खाय से शुरू हो रही है, लेकिन सरकारी स्कूल 7, 8 और 9 नवंबर को ही बंद रहेंगे। यानी नहाय-खाय और खरना के दिन स्कूल खुले रहेंगे।

शिक्षक नेताओं ने बताया कि देश की आजादी से साल 2023 तक हमेशा दीपावली से छठ तक स्कूलों में छुट्टी रहती थी, जबकि इस वर्ष 2024 में पहली बार दीपावली से छठ तक कि लगातार छुट्टी नहीं दी गई है। उन्होंने सरकार से छुट्टियों के कैलेंडर में बदलाव करने की मांग की है।