बिहार में प्राइमरी और उच्च माध्यमिक स्कूलों में प्रधान शिक्षक और प्रधानाध्यापक बनने का सपना देख रहे उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी है। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 28 और 29 जून को हुई परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इस परीक्षा में करीब डेढ़ लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे, जिनमें से 42918 शिक्षक सफल हुए हैं। इनमें 36947 प्रधान शिक्षक और 5971 प्रधानाध्यापक शामिल हैं।

परीक्षा में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों के पास संबंधित स्कूलों में 8 साल का अध्यापन अनुभव था। पहले प्रधान शिक्षक के 40247 और प्रधानाध्यापक के 6061 पदों पर नियुक्ति होनी थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर आरक्षण में बदलाव के बाद प्रधान शिक्षक के पद घटकर 39391 हो गए। परीक्षा का रिजल्ट BPSC की आधिकारिक वेबसाइट www.bpsc.nic.in पर देखा जा सकता है।

उच्च माध्यमिक स्कूलों में प्रधानाध्यापक के लिए अनारक्षित वर्ग के 1340 पद, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 576 पद, अनुसूचित जाति के 1283 पद, अनुसूचित जनजाति के 128 पद, अति पिछड़ा वर्ग के 1595 पद और पिछड़ा वर्ग के 1139 पद शामिल हैं।

बीपीएससी की वेबसाइट पर कोटिवार कटऑफ भी जारी किया गया है। प्रधान शिक्षक कोटि में गोपाल ठाकुर को पहला, एमजी जावेद को दूसरा, कुमारी शिल्पी को तीसरा, प्रीति को चौथा और मनोरंजन कुमार दीपक को पांचवां स्थान मिला है। वहीं प्रधानाध्यापक कोटि में हितकर कुमार सिंह, मनोज कुमार, सुनील कुमार, सुधाकर कुमार चौधरी और रितेश कुमार सुमन पहले से पांचवें स्थान रहे।

चयनित उम्मीदवारों को आकर्षक वेतन और भत्ते मिलेंगे। प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षक को 45000 रुपये से ज्यादा वेतन और दूसरे भत्ते मिलेंगे। वहीं उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को करीब 60000 रुपये से अधिक सैलरी मिलेगी।