Khan Sir: पहले गिरफ्तार, फिर हिरासत में और अब अफवाह, खान सर को लेकर पटना में हुआ ड्रामा?
पटना में बीपीएससी परीक्षा को लेकर बवाल हुआ। छात्रों ने नॉर्मलाइजेशन के विरोध में प्रदर्शन किया। पुलिस ने लाठीचार्ज किया। खान सर छात्रों के समर्थन में आये। गिरफ्तारी की अफवाह उड़ी। हालांकि पुलिस ने गिरफ्तारी से इनकार किया है।
पटना में शुक्रवार को BPSC परीक्षा के नॉर्मलाइजेशन के विरोध में छात्रों के प्रदर्शन के दौरान खान सर को लेकर काफी हंगामा हुआ। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और बाद में खान सर को थाने ले गई। हालांकि, गिरफ्तारी या हिरासत की अफवाहों को पुलिस ने खारिज कर दिया। खान सर छात्रों के समर्थन में प्रदर्शन में शामिल हुए थे। गुरु रहमान भी छात्रों के साथ थे। बीपीएससी ने नॉर्मलाइजेशन की खबरों को अफवाह बताया है।
BPSC की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (PT) में नॉर्मलाइजेशन के विरोध में शुक्रवार को पटना में सैकड़ों छात्र सड़कों पर उतर आए। सुबह से ही बीपीएससी कार्यालय के बाहर छात्रों का जमावड़ा लग गया। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, विरोध प्रदर्शन उग्र होता गया। पुलिस ने पहले छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी तो लाठीचार्ज करना पड़ा। कई छात्रों को चोटें भी आईं। इस घटना के बाद प्रसिद्ध शिक्षक खान सर और गुरु रहमान छात्रों के समर्थन में प्रदर्शन में शामिल हो गए। इससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।
खान सर और गुरु रहमान ने नॉर्मलाइजेशन के मुद्दे पर किसी भी तरह के समझौते से इनकार कर दिया और छात्रों के आंदोलन का खुलकर समर्थन किया। उनके समर्थन से छात्रों का हौसला बढ़ा और वे गर्दनीबाग धरना स्थल से हटने को तैयार नहीं हुए। लाठीचार्ज के बाद भी बड़ी संख्या में छात्र धरने पर डटे रहे। खान सर के प्रदर्शन में शामिल होने से माहौल और गरमा गया।
इस बीच खबर फैली कि पुलिस ने खान सर और एक छात्र नेता दिलीप कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। मीडिया में खान सर की गिरफ्तारी की खबर आते ही हड़कंप मच गया। बाद में खबर आई कि खान सर को गिरफ्तार नहीं किया गया है, बल्कि उन्हें हिरासत में लेकर गर्दनीबाग थाने ले जाया गया है। हालांकि, पटना पुलिस ने इन खबरों को अफवाह करार दिया। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) राजीव मिश्रा ने स्पष्ट किया कि खान सर को न तो गिरफ्तार किया गया है और न ही हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने उन्हें सिर्फ धरना स्थल से हटाया था। खान सर उन छात्रों से मिलने थाने गए थे। उन्हें बार-बार थाने से जाने के लिए कहा जा रहा था, लेकिन वे जाने को तैयार नहीं थे।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच BPSC ने भी अपना बयान जारी किया। BPSC ने कहा कि 70वीं PT परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन की खबरें महज अफवाह हैं और ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। इससे छात्रों के बीच और भी भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। छात्रों का कहना है कि अगर नॉर्मलाइजेशन नहीं हुआ है तो फिर अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा देने वाले छात्रों के अंकों में इतना अंतर क्यों है?