नई दिल्ली: इजरायल और हिज़बुल्लाह के बीच जारी संघर्ष के बीच अमेरिका ने इजरायल की रक्षा को मजबूत करने के लिए Terminal High Altitude Area Defence (THAAD) थाड मिसाइल रक्षा प्रणाली देने की घोषणा की है। पेंटागन के अनुसार, इस अत्याधुनिक प्रणाली को अमेरिकी सैनिकों द्वारा संचालित किया जाएगा, जिससे इजरायल की हवाई सुरक्षा को और मजबूती मिलेगी। इजरायल पहले से ही अपनी Iron Dome प्रणाली के लिए जाना जाता है, जो हर मौसम में सुरक्षा प्रदान करती है, और अब THAAD की तैनाती उसकी क्षमताओं को बढ़ाएगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उन्होंने इजरायल की रक्षा के लिए थाड डिफेंस सिस्टम भेजने पर सहमति दी है। यह कदम तब उठाया गया जब ईरान ने अमेरिकी सेना को इजरायल से दूर रहने की चेतावनी दी थी। पेंटागन के प्रवक्ता पैट राइडर ने कहा कि यह तैनाती अमेरिकी सेना द्वारा हाल ही में किए गए व्यापक सुरक्षा उपायों का हिस्सा है, ताकि इजरायल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और ईरान और उसके समर्थित समूहों से अमेरिकियों को बचाया जा सके।

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने इस कदम पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, और अमेरिका को चेताया कि इजरायल में अमेरिकी सैनिकों को भेजकर वह उनके जीवन को जोखिम में डाल रहा है। अब्बास ने कहा कि हाल के दिनों में अपने क्षेत्र में युद्ध को रोकने के लिए भारी प्रयास किए हैं, लेकिन मैं साफ कहता हूं कि अपने लोगों और हितों की रक्षा में हमारे लिए कोई सीमा नहीं है।

यह झगड़ा पिछले साल 8 अक्टूबर, 2023 से शुरू हुआ, जब हिज़बुल्लाह ने अपने सहयोगी हमास के समर्थन में इजरायल की सीमा पर रॉकेट दागने शुरू किए। स्थिति तब और बिगड़ी जब हिज़बुल्लाह ने कई रॉकेट दागे, जिसके बाद इजरायल ने लेबनान में जमीनी हमला शुरू किया। माना जा रहा है कि इजरायल, ईरान के 1 अक्टूबर के हमले का जवाब देने की तैयारी कर रहा है, जब ईरान ने लगभग 180 मिसाइलें इजरायल की धरती पर दागी थीं। इस नए तनाव के बीच, अमेरिका की ओर से THAAD तैनाती के निर्णय ने स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना दिया है।