सीमा पर खेला जा रहा है गंदा खेल... क्या पाकिस्तान के रंग में रंग रहा है बांग्लादेश?
हाल ही में यह खबर सामने आई थी कि बांग्लादेश की ओर से सीमा पर अवैध निर्माण की कोशिश की जा रही है। शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से ही बांग्लादेश और भारत के रिश्तों में खटास देखी जा सकती है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ऐसा लगता है कि वह भारत से ज्यादा नजदीकी नहीं चाह रही है।
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नई दिल्ली: बांग्लादेश की मौजूदा सरकार ने सीमा पर तैनात बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के जवानों और अधिकारियों में व्यापक बदलाव किए हैं। सूत्रों के मुताबिक, यह कदम भारत के प्रति सख्त रुख अपनाने की रणनीति का हिस्सा है। शेख हसीना सरकार के दौरान तैनात जवानों को हटाकर नए जवानों की तैनाती की जा रही है, जिससे बीएसएफ और बीजीबी के बीच लंबे समय से चले आ रहे सौहार्दपूर्ण संबंध प्रभावित हो रहे हैं।
भारत-बांग्लादेश सीमा पर हालात लगातार बदल रहे हैं। पहले बीएसएफ द्वारा 150 गज के दायरे में फेंसिंग लगाने के प्रयासों का बीजीबी ने विरोध किया, जिससे यह काम रुक गया। इसके बाद बांग्लादेश ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक बंकर और घर बनाने की कोशिश की, जिसे बीएसएफ की कड़ी आपत्ति के बाद रोका गया।
इसके अलावा, भारतीय किसानों और मछुआरों के लिए भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। गलती से सीमा पार करने पर पहले दोनों देशों की फोर्स बातचीत से समाधान निकालती थी, लेकिन अब बीजीबी ऐसे मामलों को अपने शीर्ष अधिकारियों तक पहुंचाने के बाद ही कोई कदम उठा रही है, जिससे भारतीय नागरिकों की वापसी में काफी समय लग रहा है।
बीएसएफ ने हाल ही में पश्चिम बंगाल में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हो रहे अवैध निर्माण पर कड़ी आपत्ति जताई, जिसके बाद इसे रोक दिया गया। हालांकि, बीएसएफ के मुताबिक, बांग्लादेशी नागरिकों और बीजीबी द्वारा सीमा क्षेत्र में अवैध निर्माण की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। उत्तर बंगाल फ्रंटियर के एक प्रेस बयान में बीएसएफ ने कहा कि उनकी सतर्क निगाहें इन गतिविधियों पर बनी हुई हैं और सख्त कार्रवाई की जा रही है।
भारत और बांग्लादेश के बीच कूटनीतिक संबंधों में बदलाव के संकेत साफ नजर आ रहे हैं। नई बांग्लादेशी सरकार फिलहाल भारत से ज्यादा नजदीकी नहीं चाह रही है, और सीमा पर बढ़ती सख्ती इसी रणनीति का हिस्सा है।