नई दिल्ली: हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को इजरायल ने मार गिराया है। इजरायल ने हसन नसरल्लाह को कैसे टारगेट बनाया और मार गिराया। हसन नसरल्लाह काफी सुरक्षा घेरे में था और सवाल यह है कि इजरायल को उसके बारे में इनपुट कहां से मिला। एक फ्रांसीसी समाचार पत्र के अनुसार, इजरायली अधिकारियों को लेबनान की राजधानी बेरूत में एक हवाई हमले में मारे जाने से कुछ ही घंटे पहले एक ईरानी मुखबिर से हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के ठिकाने के बारे में सूचना मिली थी।

लेबनानी सुरक्षा सूत्र के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया कि गुप्त एजेंट ने जानकारी दी थी कि नसरल्लाह बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में हिजबुल्लाह के अंडरग्राउंड ऑफिस में एक मीटिंग करने वाला है। शनिवार को भारतीय समय के अनुसार 1.30 बजे (लेबनान में 11 बजे) इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह एक हवाई हमले में मारा गया और अब वह दुनिया को आतंकित नहीं कर पाएगा।

उसके बाद दिन में हिजबुल्लाह ने इस खबर की पुष्टि की। इस अखबार की रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इजरायली अधिकारियों को शनिवार दोपहर एक ईरानी मुखबिर से एक महत्वपूर्ण सूचना मिली, जिसने उन्हें हिजबुल्लाह मुख्यालय में एक प्रमुख शिया नेता के आने के बारे में सतर्क कर दिया, जो बेरूत के दक्षिणी उपनगर दाहियेह के केंद्र में स्थित एक छह-इमारत परिसर है।

हिजबुल्लाह का एक अन्य प्रमुख नेता, नबील काऊक भी लेबनान में इजरायल के ताजा हमले में मारा गया है। इस हमले में कई दूसरे हिजबुल्लाह के साथी मारे गए हैं। हालांकि हिजबुल्लाह ने अभी तक काऊक की मौत पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन उसके समर्थक शनिवार से उसके लिए शोक संदेश पोस्ट कर रहे हैं। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शनिवार को इजरायली हवाई हमलों में 33 लोगों की मौत हो गई। पिछले दो हफ्तों में, लेबनान में चल रहे इजरायली हमलों के कारण 1,000 से अधिक लोगों की जान चली गई है और कम से कम 6,000 अन्य लोग घायल हो गए हैं।