क्या इजरायल ने ईरान पर हमले का प्लान बदल दिया है? नई चर्चा शुरू
ईरान की ओर से इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमले के बाद यह सवाल बना हुआ है कि नेतन्याहू इसका जवाब कैसे देते हैं। पिछले कुछ दिनों से यह आशंका जताई जा रही है कि ईरान के परमाणु केंद्र वाली जगहों को निशाना बनाया जा सकता है। वहीं अब एक रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि ऐसा नहीं होगा।
नई दिल्ली: ईरान के परमाणु परीक्षण करने की अफवाहों के बीच क्या इजरायल ने हमले की योजना फिलहाल टाल दी है? न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के 1 अक्टूबर को बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में इजरायल ईरान के परमाणु स्थलों को निशाना नहीं बनाएगा। रिपोर्ट में कहा गया कि इजरायल इसके बजाय सैन्य ठिकानों या खुफिया नेतृत्व वाली जगहों को टारगेट कर सकता है। कुछ समय बाद में परमाणु केंद्र वाली जगह के लिए इजरायल सोच सकता है वह भी तब यदि ईरान की ओर कोई कार्रवाई की जाती है।
ईरान में 5 अक्टूबर को आए एक भूंकप के झटके से यह चर्चा शुरू हो गई है कि क्या ईरान ने परमाणु परीक्षण किया है। भूकंपीय गतिविधि का समय और स्थान ने लोगों को इसे ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जोड़ा और पूछा कि क्या इस्लामिक देश अपने स्वयं के परमाणु हथियार प्राप्त करने के करीब है। हालांकि, परमाणु क्षमताओं का परीक्षण करने का मतलब यह नहीं है कि कोई देश कुछ हफ्तों के भीतर परमाणु हथियार हासिल कर लेगा।
एक समाचार एजेंसी ने बताया कि सेमनान प्रांत के अरादन काउंटी में 4.4 रिक्टर स्केल का भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप तेहरान विश्वविद्यालय के भूभौतिकी संस्थान के हवाले से कहा गया कि यह 12 किमी की गहराई पर आया था।
तब से, लोगों का एक वर्ग यह संकेत दे रहा है कि भूकंप ईरान द्वारा परमाणु परीक्षण करने का परिणाम था।हालांकि कोई आधिकारिक पुष्टि या खंडन नहीं है, एक्स पर कुछ हैंडल ने भी ग्राफ साझा किए हैं, जो दिखाते हैं कि भूकंपीय गतिविधि परमाणु परीक्षण से जुड़े एक टेम्बर के अनुरूप है। किसी भी विशेषज्ञ ने इनमें से किसी की पुष्टि नहीं की है। भूकंप, एक प्राकृतिक घटना है लेकिन इसके समय को लेकर इन अटकलों को जन्म दिया है।