यह खुद को बचाए रखने की लड़ाई है... इजरायल एक साथ 5 में से इन 3 मोर्चों पर लड़ रहा जंग
इजरायल जो कर रहा है उसके पीछे भी कई कारण हैं। इजरायल एक साथ कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ रहा है। हमास, हिजबुल्लाह, हूती इन पर इजरायल की ओर से हमले तेज कर दिए गए हैं।
नई दिल्ली: किसी भी देश के लिए यह आसान नहीं कि वह एक साथ कई मोर्चों पर लड़ाई लड़े लेकिन इजरायल ऐसा कर रहा है। इजराइल वर्तमान में पांच मोर्चों में से तीन पर युद्ध लड़ रहा है। ये तीन मोर्चे हैं हमास (गाजा पट्टी), हिजबुल्लाह (लेबनान) और हूती विद्रोही (यमन)। हमास द्वारा इजराइल पर अचानक किए गए हमले की पहली वर्षगांठ 7 अक्टूबर से पहले इन मोर्चों पर लड़ाई तेज हो गई है।
इन हमलों ने एक बड़ी लड़ाई को जन्म दे दिया है लेकिन इजरायल के एक्शन को देख लग रहा है कि उसने अपना मन अब पूरी तरह बना लिया है। इजराइल के लिए यह युद्ध केवल जवाबी कार्रवाई नहीं है, बल्कि इस बात के लिए कहीं अधिक है जिसके लिए इजरायल जाना जाता है।
हमास और गाजा मोर्चा: 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला किया, जिससे इजराइल ने जवाबी हवाई हमले किए। इस युद्ध में इजराइल ने हमास की सैन्य शक्ति को कमजोर करने का प्रयास किया, जिसमें कई प्रमुख हमास नेताओं को मार गिराया गया, जैसे इस्माइल हानिया, याह्या सिनवार और मोहम्मद दैफ।
हिजबुल्लाह और लेबनान मोर्चा: हमास के हमले के बाद, हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजराइल पर हमले शुरू कर दिए। इजराइल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर भारी बमबारी की और कई वरिष्ठ नेताओं को मार गिराया, जिसमें हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और नबील काउक शामिल हैं।
हूती और यमन मोर्चा: हूती विद्रोहियों ने भी इजराइल पर मिसाइलें और ड्रोन हमले किए, जिसके जवाब में इजराइल ने यमन में हूतियों के ठिकानों पर हमले किए। इजराइल ने यमन में उसके कई महत्वपूर्ण ठिकानों को नष्ट कर दिया, जिससे हूती विद्रोहियों की हमले करने की क्षमता कम हो गई।
इराकी और सीरियाई समूह: इरान समर्थित इराक और सीरिया कुछ गुट भी इजरायल के खिलाफ लड़ाई में शामिल हो गए जो समय-समय पर इजराइल पर हमले करते रहते हैं।
ईरान: ईरान, जो सेंटर कहा जाता है, हमास, हिजबुल्लाह और हूतियों का प्रमुख समर्थनकर्ता है। ईरान इजराइल के खिलाफ युद्ध में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और इस क्षेत्र में अपने प्रभाव को बनाए रखने के लिए इन समूहों को समर्थन दे रहा है।