नई दिल्ली: इजरायली सेना ने मंगलवार को बताया कि उसने बेरूत में एक हमले में हिजबुल्लाह के सीनियर कमांडर सुहैल हुसैनी को मार गिराया है। यह हमला 7 अक्टूबर के हमास हमले की पहली सालगिरह के बाद हुआ, जब दुनिया भर में शोक और प्रदर्शन किए गए थे। सेना ने बताया कि सुहैल हुसैनी हिजबुल्लाह के ऑपरेशन का जिम्मा संभालता था। वह ईरान से हाईटेक हथियारों के ट्रांसफर और हिजबुल्लाह की अलग-अलग यूनिट तक पहुंचाने में भी शामिल था।

वहीं सोमवार को इजरायल पर रॉकेटों की बौछार हुई जिससे यह साफ है कि इजरायली हमलों के बावजूद उस पर भी पलटवार जारी है। इजरायली हमले में अब तक लगभग 42,000 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 90% जनसंख्या विस्थापित हो चुकी है।

एक साल पहले, हमास के नेतृत्व में उग्रवादियों ने इजरायल की सुरक्षा बाड़ को भेदते हुए सेना के ठिकानों और ग्रामीण इलाकों में हमला किया था, जिसमें 1,200 लोगों की मौत हुई थी और 250 से अधिक लोग अगवा कर लिए गए थे। इनमें से 100 से अधिक अभी भी बंधक हैं, जिनमें से लगभग एक तिहाई की मौत हो चुकी है।

अब इजरायल गाजा में हमास और लेबनान में उसके सहयोगी हिजबुल्लाह के साथ युद्ध में है। हिजबुल्लाह ने 8 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू किए सोमवार को लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश के दक्षिण में एक इजरायली हमले में 10 दमकलकर्मी मारे गए। हिजबुल्लाह ने अपने नुकसानों के बावजूद नए हमले किए हैं। पिछले कुछ हफ्तों में इजरायली हमलों में हिजबुल्लाह के प्रमुख नेता हसन नसरल्लाह और उनके कई शीर्ष कमांडर मारे गए हैं।