नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी दौरे पर हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने दिल खोलकर अपने निवास पर नरेंद्र मोदी का स्वागत किया है। इस दौरान भारत और अमेरिका के बीच कुछ अहम समझौते हुए हैं। इनमें सबसे अहम एमक्यू-9बी ड्रोन है। इस ड्रोन की मदद से अमेरिका ने खतरनाक आतंकी अल जवाहरी का खात्मा किया था। भारत और अमेरिका के बीच हुई इस डील से चीन और पाकिस्तान की सुलग जाएगी। दोनों ही देश पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे पर नजरें गड़ाए हैं।


भारत और अमेरिका बीच क्या हुई है डील

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका क्वाड समिट के लिए गए हैं। इस दौरान एक अहम डील पर मुहर लग गई है। इस डील के तहत अब अमेरिका भारत को 31 हाई एल्टीड्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस ड्रोन्स देगा। डील के तहत भारतीय नौसेना को भी 15 सी गार्जियन ड्रोन मिलेगा। अमेरिकी डिफेंस सिक्योरिटी की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि विदेश विभाग ने भारत सरकार को 3.99 अरब डॉलर की अनुमानित लागत वाले रिमोट संचालित एमक्यू- 9 बी ड्रोन और उससे जुड़े उपकरण की बिक्री की मंजूरी दी है। वहीं, इस डील के फाइनल होने से भारत और अमेरिका के बीच संबंध और प्रगाढ़ होंगे।

क्या है एमक्यू-9बी ड्रोन की खासियत

यह काफी आधुनिक ड्रोन है। इसकी खासियत है कि यह मानवरहित और रिमोट से संचालित है। अमेरिका ने अल जवाहरी का खात्मा इसी एमक्यू-9बी ड्रोन से किया था। जमीन और पानी दोनों जगहों पर काम कर सकता है। इस एमक्यू-9बी ड्रोन को प्रीडेटर्स के नाम से भी जाना जाता है। ड्रोन हथियार से भी लैस होता है। दुश्मनों के ठिकानों पर जाकर बिना शोर शराबे के काम तमाम कर सकता है। मानव रहित यह यह विमान 40 घंटे तक हवा में उड़ान भर सकता है।

जद में अब सीधे आ जाएगा पाकिस्तान का इस्लामाबाद

एमक्यू-9बी ड्रोन से आप भारत में बैठे-बैठे अपने टारगेट को सेट कर सकते हैं। इस ड्रोन की रेंज 1850 किमी है। वहीं, भारत से पाकिस्तान के ज्यादातर शहर इसकी रेंज में आ जाएंगे। ऐसे में दिल्ली से बैठे-बैठे भारत अपने दुश्मनों को उड़ाने का प्लान कर सकती है। एमक्यू-9 बी ड्रोन 2177 किलो को पेलोड भी अपने साथ ले जा सकता है। साथ ही यह एंटी टैंक मिसाइल और एंटी शिप मिसाइलें से लैस है।

ये अहम समझौते भी हुए

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान भारत ने कुछ अन्य अहम समझौते भी किए हैं। भारत से तस्करी कर जो पुरातत्विक वस्तुएं अमेरिका लाई गई थीं। अमेरिका उन्हें भारत को लौटाएगा। इसके साथ ही भारत ने क्वाड मीटिंग में चार करोड़ मुफ्त सर्विकल कैंसर की वैक्सीन देने की घोषणा की है।