नई दिल्ली: बांग्लादेश में शेख हसीना की कुर्सी कैसे गई, कौन था इस तख्तापलट के पीछे? इसको लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जाती रहीं लेकिन अब इस सवाल का जवाब वहां की अंतरिम सरकार के मुखिया ने खुद ही दे दिया। नोबेल पुरस्कार विजेता और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद युनूस ने उस नाम का खुलासा किया जिससे पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाया जा सका।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक क्लिंटन ग्लोबल इनिशिएटिव के वार्षिक सम्मेलन एक इवेंट में युनूस ने उस नाम का खुलासा किया। यहां अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भी मौजूद थे। सम्मेलन के दौरान, युनूस ने बांग्लादेश के छात्र नेताओं की सराहना की और कहा कि वे नए बांग्लादेश का निर्माण कर रहे हैं। इस भाषण के दौरान युनूस ने संकेत दिया कि शेख हसीना की सत्ता से बेदखली कोई संयोग नहीं था।

उन्होंने महफूज अब्दुल्ला का नाम लिया जो इसके सूत्रधार थे। युनूस को अगस्त में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था। यह नियुक्ति तब हुई जब छात्र आंदोलनों ने शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर दिया था, जिसके बाद हसीना देश छोड़कर भाग गईं। इन आंदोलनों में बाहरी ताकतों के हस्तक्षेप की भी आशंका जताई जा रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, छात्र आंदोलन में जिस आंदोलन 'अदृश्य हाथ' का हस्तक्षेप था। युनूस ने उसका परिचय अमेरिका में करवाया।

क्लिंटन ग्लोबल इनिशिएटिव के इस कार्यक्रम में, बिल क्लिंटन ने युनूस की सराहना करते हुए कहा, कुछ ही लोग ऐसे हैं जिन्होंने युनूस जितना आम लोगों की जिंदगी को बदलने का काम किया है। क्लिंटन और युनूस की मित्रता 1980 के दशक की है, जब क्लिंटन अर्कांसस के गवर्नर थे।