नई दिल्ली: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई की सेहत को लेकर इस वक्त कई सवाल हैं। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई की सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। 85 वर्षीय खामेनेई के गंभीर रूप से बीमार होने की खबरें सामने आई हैं। कुछ पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि उन्हें जहर दिया गया है, जिसके कारण उनकी मौत हो गई है। वहीं, कुछ का कहना है कि वह कोमा में चले गए हैं।

इन दावों में यह भी शामिल है कि इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने एक ऑपरेशन के तहत उन्हें जहर दिया। एक अन्य अफवाह यह है कि खामेनेई ने अपने दूसरे बेटे मोजतबा खामेनेई को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त कर दिया है। इसके अलावा, यह भी कहा जा रहा है कि मोजतबा ने सुप्रीम लीडर की गद्दी जबरन हथिया ली है। हालांकि, इन सभी दावों की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

इन अफवाहों के बीच खामेनेई के एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर एक पोस्ट साझा किया गया है। इस पोस्ट में खामेनेई को ईरान के लेबनानी राजदूत मोजतबा अमानी के साथ बैठक करते हुए दिखाया गया है। पोस्ट में लिखा गया है कि खामेनेई ने अमानी से अपनी दैनिक बैठकों के दौरान मुलाकात की। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह तस्वीर हाल की है या पुरानी।

गौरतलब है कि खामेनेई 1989 से ईरान के सुप्रीम लीडर हैं और 1979 की इस्लामिक क्रांति के प्रमुख नेता रहे हैं। उनके शासनकाल में ईरान और इजरायल तथा अमेरिका के रिश्ते सबसे खराब दौर में पहुंच चुके हैं। हाल के वर्षों में खामेनेई सार्वजनिक रूप से कम ही दिखाई दिए हैं, जिससे उनकी सेहत को लेकर अटकलें और तेज हो गई हैं।