बिहार में बुधवार को प्रदूषण का कहर दिखा। हाजीपुर में AQI 400 के खतरनाक स्तर को पार कर गया, जिससे आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो रही हैं। जानकारों ने चेतावनी दी है कि हाजीपुर की हवा में सांस लेना 40 सिगरेट पीने के बराबर है। बिहार के कई जिलों में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई है, जिससे स्वास्थ्य आपातकाल की आशंका बढ़ गई है।

हाजीपुर में प्रदूषण का स्तर इतना अधिक है कि कुछ देर बाहर रहने पर ही आंखों में जलन और पानी आने लगता है। पटना और गया जैसे शहरों में भी लोग प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। जानकारों का कहना है कि इस समय हाजीपुर की हवा में सांस लेना 40 सिगरेट पीने के बराबर है। ऐसी हवा में सांस लेना स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। सिर्फ हाजीपुर ही नहीं बल्कि गया जिले के करीमगंज में भी AQI 309 दर्ज किया गया है।

राजधानी पटना में भी हवा की गुणवत्ता चिंताजनक बनी हुई है। राजवंशी नगर इलाके में AQI 250 और दानापुर के पास 266 दर्ज किया गया, जो 'खराब' श्रेणी में आता है। मुजफ्फरपुर में बुद्धा कॉलोनी के पास AQI 333 रहा, जो 'बेहद खराब' श्रेणी में आता है। पर्यटन स्थल राजगीर में भी AQI 251 दर्ज किया गया, जो 'खराब' श्रेणी में आता है। बक्सर में AQI 275 रहा, जो भी 'खराब' श्रेणी में आता है।

हालांकि, कुछ जिलों में हवा की गुणवत्ता 'मध्यम' श्रेणी में रही। सीवान में AQI 111, सासाराम में 173 और समस्तीपुर में 185 दर्ज किया गया। सहरसा में AQI 193, मुंगेर में 170, मोतिहारी में 164 और किशनगंज में 162 दर्ज किया गया। कटिहार में सबसे कम AQI 135 दर्ज किया गया। छपरा में AQI 163 और बिहारशरीफ में 181 रहा, जो 'मध्यम' श्रेणी में आते हैं। भागलपुर में AQI 213 रहा, जो 'खराब' श्रेणी में आता है। अररिया में AQI 164, औरंगाबाद में 173 और बेगूसराय में 187 दर्ज किया गया।