नई दिल्ली: फेस्टिवल सीजन की शुरुआत हो गई है। लोग व्रत रखते हैं। व्रत के दौरान खासकर महिलाएं ज्यादा उपवास करती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवती महिलाएं क्या खाएं और क्या नहीं खाएं। इसके बारे में हम आपको बताते हैं। क्योंकि उपवास के दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है।

फरीदाबाद स्थित एशियन हॉस्पिटल के हेट डाइटिशियन कोमल मलिक ने टाइम्स ऑफ इंडिया डॉट कॉम से बात करते हुए बताया है कि जब आप उपवास करने का फैसला करते हैं तो पहला कदम पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य प्राकृतिक तरल पदार्थ जैसे छाछ, नारियल या नींबू पानी पीकर हर समय खुद को हाइड्रेटेड रखना है। इन पेय पदार्थों को एक साथ नहीं पिएं, इसकी जगह उन्हें धीरे-धीरे घूंट-घूंट करके पिएं। एक बार जब आप उचित हाइड्रेशन सुनिश्चित कर लेते हैं तो यह आपके पोषण पर ध्यान देने का समय है।

वहीं, उन्होंने कहा कि सही फल और सब्जियां चुनने के साथ-साथ, साबुत अनाज पर ध्यान देना जरूरी है। जो आपको पूरे दिन उर्जावान बनाए रखने में मदद करेगा। इसलिए सिंघाड़े के आटे, कुट्टू और अमरनाथ के आटे की चपातियों से बने खाद्य पदार्थ जरूर खाएं। चावल की जगह बाजरे का इस्तेमाल किया जा सकता है। साबूदाना को खीर या खिचड़ी के रूप में खाया जा सकता है। हर दिन कम से कम दो से तीन बार डेयरी उत्पाद जैसे दूध, पनीर और दही का सेवन करें।

इसके साथ ही टाइम्स ऑफ इंडिया.कॉम से बात करते हुए डॉ अर्चना धवन बजाज कहती हैं कि उपवास करने का फैसला सावधानी से लेना चाहिए क्योंकि इससे मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। गर्भावस्था के किसी भी चरण में उपवास करने से अजन्मे बच्चे पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। हालांकि अगर आपकी गर्भावस्था बिना किसी परेशानी के स्वस्थ है और उपवास करना चाहती हैं तो आपको पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

इसके साथ एक साथ ज्यादा खाने की जगह नियमित अंतरात पर हल्का भोजन करें। एसिडिटी और अपच को कम करने के लिए अपने खाने के बीच का गैप दो से तीन घंटे का रखें। फाइबर युक्त मौसमी फल और सब्जियां शामिल करना न भूलें। गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ उपवास के लाभों का आनंद लेते हुए तली हुई और संरक्षित खाद्य पदार्थ जैसे आलू पूरी, आलू के चिप्स, साबूदाना फ्राई और इस तरह के खाने से दूर रहने की कोशिश करें।

इन चीजों की जगह आप स्नैक्स में बादाम, अखरोट, किशमिश और भुने मखाने जैसे मेवे का इस्तेमाल करें। साथ ही खुद पर ज्यादा प्रेशर न डालें। वहीं, उपवास से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।