OMG: 12 लाख लोन दिलाने को बैंक मैनेजर खा गए 39000 के देसी चिकन, पैसे को लेकर हुआ झंझट तो फंसा मामला
Bilaspur News: बिलासपुर में किसान से बैंक मैनेजर ने लोन के नाम पर 39,000 रुपए के मुर्गे खा लिए थे। मुर्गे के पैसे मांगने पर मैनेजर ने किसान को लोन नहीं दिए। इसके बाद पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाई है।
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक किसान को 12 लाख रुपए का लोन दिलाने के नाम पर बैंक मैनेजर ने मुर्गा खाए थे। गरीब किसान से बैंक मैनेजर ने 100-200 के नहीं, पूरे 39000 रुपए के मुर्गा खाए थे। मुर्गा डकारने के बाद भी बैंक मैनेजर किसान को लोन नहीं दिलवा पाया। इसके बाद किसान ने अधिकारियों से इसकी शिकायत की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं। इसके बाद किसान ने न्याय के लिए आंदोलन की शुरुआत की तो पुलिस उठा ले गई।
दरअसल, बिलासपुर जिले में सरगवां गांव है। इस गांव में रूपचंद मनोहर नाम के किसान रहते हैं। गांव के पास ही मस्तूरी में एसबीआई बैंक का ब्रांच है। बैंक में पदस्थ मैनेजर सुमन कुमार चौधरी को किसान ने पोल्ट्री फॉर्म खोलने के लिए आवेदन दिया था। किसान ने बैंक से पोल्ट्री फॉर्म के लिए 12 लाख रुपए की मांग की थी।
इसके बदले में बैंक के मैनेजर ने 10 फीसदी रिश्वत की मांग की। किसान ने अपनी मुर्गियां बेचकर दो महीने में उसे कमीशन की राशि दे दी। इससे भी मैनेजर का मन नहीं भरा तो वह हर शनिवार को लोन के नाम पर देसी मुर्गा की मांग करने लगा।
लोन के नाम पर किसान से बैंक मैनेजर कुल 38,900 रुपए का मुर्गा खा गया। बाद में किसान ने बैंक मैनेजर से मुर्गे की रुपए मांगी तो वह मुकर गया। साथ ही किसान को लोन भी नहीं दिया। इसे लेकर किसान ने अधिकारियों से गुहार लगाई है। साथ ही न्याय की मांग की है लेकिन कही कोई सुनवाई नहीं हुई। साथ ही उसे लोन भी नहीं मिला है।
सोमवार को किसान ने बिलासपुर कलेक्ट्रेट के सामने तख्तियां लेकर बैठ गया। साथ ही न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगा। वह कलेट्रेट के मेन गेट पर ही बैठा था। इस दौरान वहां आकर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। इसके बाद किसान को पुलिस बिलासपुर स्थित पुलिस लाइन लेकर गई है।