Bihar Weather: बंगाल की खाड़ी से आई बड़ी खबर, धड़ाधड़ गिरने लगा बिहार का तापमान; 22 अक्टूबर से बारिश!

Bihar Mausam Update: बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात का असर बिहार में दिखेगा। अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश और ठंड बढ़ने की संभावना है। दक्षिण बिहार में इसका सबसे अधिक असर होगा।

बंगाल की खाड़ी में एक नया चक्रवात उठ रहा है, जिसका असर बिहार में भी देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, इस चक्रवात के कारण मंगलवार से बिहार के कई जिलों में हल्की बारिश हो सकती है और हवा 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। इस कारण तापमान में गिरावट और ठंड बढ़ने की संभावना है। बता दें कि बिहार में पिछले एक हफ्ते से ही तापमान में गिरावट देखी जा रही है और ठंड बढ़ने लगी है।

मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में बन रहे इस चक्रवात के कारण अगले एक-दो दिनों तक बिहार के कुछ जिलों में हल्की बारिश और तेज़ हवा चलने का अनुमान जताया है। इसका असर यह होगा कि ठंड और बढ़ेगी। मौसम विभाग के अनुसार, इस चक्रवात का सबसे अधिक असर दक्षिण बिहार में देखने को मिलेगा। दक्षिण-मध्य और पूर्वी भाग के कुछ जिलों में हल्की बारिश के साथ-साथ गरज के साथ छींटें भी पड़ सकती हैं। इस दौरान हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है।

हालांकि, लोग अब एसी और कूलर का इस्तेमाल कम कर रहे हैं, लेकिन अक्टूबर के तीसरे हफ्ते में भी तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। अभी बिहार का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक है। अक्टूबर के तीसरे हफ्ते में राज्य का औसत अधिकतम तापमान 30-31 डिग्री सेल्सियस रहता है, लेकिन इस समय यह 30-32 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। वहीं, औसत न्यूनतम तापमान की बात करें तो पिछले कुछ वर्षों में यह 20-21 डिग्री सेल्सियस रहता था, जो इस समय 22-24 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।

पटना मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल बिहार के मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं हो रहा है, लेकिन जल्द ही स्थिति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। 22 अक्टूबर के बाद से हवा की गति में बढ़ोतरी होने की संभावना जताई है, जिससे ठंड का एहसास बढ़ सकता है। 22 अक्टूबर के बाद से हवा की गति में बढ़ोतरी होने की संभावना जताई है, जिससे ठंड का एहसास बढ़ सकता है। पटना आईएमडी ते अनुसार, 22 अक्टूबर से राज्य के कई हिस्सों में बारिश होने की संभावना है, जो तापमान को कम करने का कारण बनेगी।

पटना मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी पूर्वी भाग और पश्चिमी मध्य भाग के आसपास समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर एक चक्रवातीय परिसंचरण बना हुआ है, जिसका झुकाव दक्षिण-पश्चिम की ओर है। इस वजह से इसका असर पड़ोसी राज्य बिहार के मौसम पर भी पड़ेगा। 23 अक्टूबर को बारिश शुरू होते ही तापमान में कमी आएगी और ठंड में इजाफा होगा। इस दौरान प्रदेश के अधिकांश जिलों में हवा की गति 15-20 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार, पटना सहित 15 शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सबसे कम न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस डेहरी और मोतिहारी में दर्ज किया गया। पटना का न्यूनतम तापमान 0.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, 17 शहरों के अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। सबसे गर्म जिला गोपालगंज रहा, जहां तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटना का अधिकतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के साथ 33.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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