नई दिल्ली: देश से मॉनसून की विदाई हो गई है। इसके बाद चक्रवाती तूफानों से तबाही आने वाली है। बंगाल की खाड़ी में एक और तेज तूफान उठ रहा है। इसका असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में दिखने लगा। इस चक्रवाती तूफान को लेकर मौसम विभाग ने बड़ी चेतावनी जारी की है। तूफानी हवाओं की स्पीड 120 किमी प्रति घंटा है। इसका असर देश के अन्य राज्यों में भी दिख सकता है।

रविवार को मौसम विभाग ने इसे लेकर चेतावनी जारी कर दी है। साथ ही कहा है कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान के कारण भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी की बुलेटिन के अनुसार अंडमान सागर के ऊपर यह चक्रवाती परिसंचरण हो रहा है। आने वाले 24 घंटों में पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव में तब्दील हो जाएगा। इसके बाद यह सिस्टम पश्चिम-उतर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगगा। 23 अक्टूबर की मध्य तक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र में 23 से 25 अक्टूबर तक भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने इस तूफान को लेकर मछुआरों को 21 अक्टूबर से पहले तट से लौटने की सलाह दी है।

इसके साथ ही मौसम विभाग ने कहा है कि सिस्टम भीषण चक्रवात का रूप धारण कर सकता है। ओडिशा के कुछ हिस्सों में 23 अक्टूबर से भारी बारिश की संभावना है। कुछ इलाकों में 20 सेमी तक बारिश हो सकती है। ज्यादा बारिश की वजह से लैंडफॉल की भी संभावना है। हालांकि इसके लिए कोई जगह चिह्नित नहीं है लेकिन सावधान रहने की जरूरत है।

मौसम विभाग ने कहा कि 23 अक्टूबर से पश्चिम बंगाल में इसका असर तेजी से दिखेगा। वहां, 40-50 की स्पीड से तेज हवाएं चलने लगेगी। 24 अक्टूबर इसकी रफ्तार तेज हो जाएगी। आगे चलकर हवाओं की रफ्तार 100 पार कर जाएगी। ऐसे में समंदर किनारे वाले इलाकों मे सावधान रहने की जरूरत है।