दिल्ली में प्रदूषण का आपातकाल, जहरीली हुई हवा, घर से निकलना मुश्किल
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का लेवल अब इतना अधिक हो गया है कि घरों से निकलना भी समझो मुश्किल है। सोमवार कई इलाकों में AQI 500 के करीब पहुंच गया जिसे काफी खतरनाक माना जाता है। दिल्ली में आज से स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है।
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर पिछले छह दिनों से खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। सोमवार सुबह औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 481 दर्ज किया गया, जबकि अशोक विहार और बवाना में AQI 495 तक पहुंच गया। गुरुग्राम में यह और अधिक बढ़कर 576 दर्ज हुआ। प्रदूषण के कारण दिल्ली के कई इलाकों में घना धुंध छा गया है, जिससे पालम जैसे क्षेत्रों में दृश्यता घटकर 150 मीटर तक रह गई। इसका असर हवाई सेवाओं पर भी पड़ा, और इंडिगो व स्पाइसजेट की उड़ानें एक घंटे की देरी से संचालित हुईं।
बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर, कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने सोमवार सुबह 8 बजे से दिल्ली-NCR में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण को लागू कर दिया। इसके तहत 9वीं कक्षा तक की पढ़ाई ऑनलाइन कर दी गई है, जबकि 10वीं से 12वीं के छात्रों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है। दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी ने घोषणा की कि 10वीं और 12वीं को छोड़कर सभी कक्षाएं ऑनलाइन संचालित होंगी।
हरियाणा में भी प्रदूषण से निपटने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं। राज्य के 5 जिलों में प्राइमरी स्कूल बंद कर दिए गए हैं और 14 जिलों में GRAP-4 के प्रतिबंध लागू कर दिए गए हैं। बच्चों, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है।
GRAP (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) प्रदूषण के स्तर को चार श्रेणियों में विभाजित करता है और प्रत्येक श्रेणी के लिए विशेष पाबंदियां और उपाय निर्धारित करता है। GRAP-1 (AQI 201-300) खराब, GRAP-2 (AQI 301-400) बहुत खराब, GRAP-3 (AQI 401-450) गंभीर, और GRAP-4 (AQI 450 से अधिक) को अत्यंत गंभीर माना जाता है। GRAP-4 के तहत प्रदूषण रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाते हैं।