भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि उत्तर अंडमान सागर में बन रहे एक नए मौसमी सिस्टम की वजह से दिवाली से पहले तटीय इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। यह सिस्टम 24 अक्टूबर तक डिप्रेशन में बदल सकता है, जिससे ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होने की आशंका है। बिहार और झारखंड में भी इसका असर देखने को मिल सकता है।

IMD के अनुसार, उत्तरी अंडमान सागर में बन रहा यह नया वेदर सिस्टम 24 अक्टूबर तक डिप्रेशन में बदल सकता है। इसकी वजह से तटीय इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। जब लो प्रेशर सिस्टम और अधिक ताकतवर हो जाता है, तो यह डिप्रेशन में बदल जाता है। अगर यही सिस्टम और ताकतवर हो जाए, तो यह डीप डिप्रेशन में बदल सकता है। इससे तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होती है।

भुवनेश्वर के रीजनल मेट्रोलॉजिकल सेंटर की डायरेक्टर मनोरमा मोहंती ने बताया कि आने वाले दिनों में मौसम अधिक खराब हो सकता है। उन्होंने कहा कि 20 अक्टूबर तक नॉर्थ अंडमान सी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने की प्रबल संभावना है। इसके कारण 22 अक्टूबर तक सेंट्रल बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बनने की संभावना है। इसके बाद 24 अक्टूबर को यह उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा और यह डिप्रेशन में तब्दील हो जाएगा।

अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी में इस बदलाव की वजह से ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होने की संभावना है। बिहार और झारखंड में भी बारिश हो सकती है। कुछ दिन पहले ही बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बनने की वजह से पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश हुई थी। कुछ दिनों की शांति के बाद अब एक बार फिर मौसम अपना रौद्र रूप दिखाने वाला है।