जबलपुर: भारतीय रेलवे की अत्याधुनिक सेमी हाईस्पीड वंदे भारत मेट्रो ट्रेन का पश्चिम मध्य रेल पर ट्रायल परीक्षण किया जा रहा है। अनुसंधान अभिकल्प मानक संगठन लखनऊ टीम मंडल के परिचालन विभाग के सहयोग से कोटा मंडल में 16 कोच की नवनिर्मित वंदे भारत मेट्रो रेक का ट्रायल किया जा रहा है। ट्रायल के दौरान ही यह ट्रेन 145 की स्पीड से भागी है। इस दौरान पटरियों पर धूल उड़ रही थी। रेलवे ने ट्रायल का वीडियो शेयर किया है।

दरअसल, इसके पूर्व में भी कोटा मंडल में ही वंदे भारत ट्रेन 18 रेक का 180 किमी प्रति घंटा पर सफल ट्रायल किया गया था। इस मेट्रो रेक का 05 अक्टूबर को अप दिशा में कोटा से महिदपुर रोड स्टेशन एवं डाउन दिशा में महिदपुर रोड़ से शामगढ़ स्टेशन के मध्य दो फेरे लगाकर अलग-अलग गति पर अधिकतम 145 किमी प्रति घंटा की गति से परीक्षण किया। साथ ही विभिन्न तकनीकी मानकों के विश्लेषण के लिए किया गया।


लोडेड स्थिति में परीक्षण

इस परीक्षण के दौरान सभी कोचों में समान रूप से यात्रियों के भार के बराबर वजन के बराबर 24.7 टन वजन रख कर लोडेड स्थिति में परीक्षण किया गया। ट्रायल के दौरान करीब 50 किलोमीटर तक गाड़ी को 145 किमी प्रति घंटा की स्पीड पर दौड़ाया गया। रविवार 06 अक्टूबर को रेक में इंस्ट्रूमेंटेशन कार्य किया गया। आगामी दिनों में इस रेक का स्पीड, ब्रेकिंग सिस्टम का परीक्षण भी किया जाएगा।

इस रैक का ट्रायल आरडीएसओ के निर्देशक परीक्षण बी एम सिद्दीकी के निर्देशन में किया जा रहा है। इस ट्रायल में कोटा के ट्रैफिक निरीक्षक अरविंद पाठक और लोको निरीक्षक आर एन मीना ने लखनऊ टीम के साथ को-आर्डिनेट किया।

गौरतलब है कि लखनऊ से कई वंदे भारत मेट्रो ट्रेन का परिचालन होना है। बताया जा रहा है कि यह ट्रेन लखनऊ और भोपाल के बीच में चलने वाली है। यह उसी ट्रेन का रेक हो सकता है।