मुंबई: नेसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उन पर तीन हमलावारों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की है। इसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उन्हें मृत घोषित कर दिया है। वहीं, हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है। घटना की जानकारी मिलते ही लीलावती अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ उमड़ गई है। साथ ही मुंबई पुलिस पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया को बताया है कि उनकी मुंबई पुलिस कमिश्नर से बात हुई है। उन्होंने कहा है कि दो लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक यूपी और हरियाणा का है। तीसरा हमलावर फरार है। पुलिस उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रही है।

बताया जा रहा है कि बाबा सिद्दीकी जब बांद्रा ईस्ट स्थित अपने बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर खड़े थे, तभी हमलावरों ने उन पर फायरिंग की। उन्हें तुंरत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई है। मुंबई पुलिस के अधिकारी ने कहा है कि दो से तीन राउंड फायर किए गए हैं। आगे की जांच चल रही है। पुलिस की कई टीमें इलाके में पहुंच गई है।


घटना के बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री लीलावती अस्पताल पहुंचे। वहां उनके परिजनों और पुलिस अधिकारियों से बात कर रहे हैं। लीलावती अस्पताल के बाहर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

बाबा सिद्दीकी पहले कांग्रेस में थे। पांच दशक पुराना रिश्ता उन्होंने हाल ही में तोड़ लिया था। इसके बाद अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हो गए थे। उस समय उन्होंने लिखा कि मैं एक युवा किशोर के रूप में कांग्रेस में शामिल हुआ था। 48 वर्षों का सफर खत्म हो रहा है। अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।

वहीं, बाबा सिद्दीकी मुंबई में बांद्रा वेस्ट से तीन बार विधायक रहे हैं। 2014 मे वह बीजेपी के आशीष सेलर से चुनाव हार गए थे। वहा महाराष्ट्र में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भी रहे हैं।