BJP के सांसद राहुल गांधी पर हाथ उठा देते तो क्या होता... किरेन रिजिजू ने नेता प्रतिपक्ष से पूछा सवाल
संसद परिसर में राहुल गांधी द्वारा बीजेपी सांसदों को धक्का देने के आरोप पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कड़ी आलोचना की। उन्होंने इसे राहुल गांधी की हताशा और लोकतंत्र के प्रति उनके विश्वास की कमी बताया। रिजिजू ने कहा कि इस धक्का-मुक्की में बीजेपी सांसदों को चोटें आईं और राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
नई दिल्ली: संसद परिसर में बीजेपी सांसदों को धक्का देने के मामले पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा, "संसद कुश्ती का अखाड़ा या स्मार्टनेस दिखाने का मंच नहीं है। राहुल गांधी ने शारीरिक ताकत का प्रदर्शन करते हुए भाजपा के दो सांसदों को धक्का दिया। अगर हमारे सांसद भी जवाबी कदम उठाते, तो स्थिति क्या होती?"
रिजिजू ने बताया कि मकर द्वार, जो लोकसभा और राज्यसभा का मुख्य प्रवेश द्वार है, पर कांग्रेस सांसद पूरे सत्र के दौरान तख्तियां लेकर नारेबाजी कर रहे थे। आज एनडीए के सांसद वहां 1951 में कांग्रेस द्वारा अंबेडकर के अपमान के खिलाफ विरोध दर्ज कराने पहुंचे थे। इसी दौरान, राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के सांसद वहां आए और भाजपा सांसदों से धक्का-मुक्की की।
रिजिजू ने कहा कि इस धक्का-मुक्की में बीजेपी सांसद प्रताप सिंह सारंगी और मुकेश राजपूत को गंभीर चोटें आईं। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी ने अपनी शारीरिक शक्ति का दुरुपयोग किया। अगर अन्य सांसद भी ऐसी ही हिंसा का सहारा लेते, तो स्थिति खराब हो सकती थी। लेकिन हम अहिंसा और लोकतंत्र में विश्वास करते हैं।"
रिजिजू ने राहुल गांधी की इस हरकत को निंदनीय बताते हुए कहा कि यह उनके गुस्से और हताशा का प्रतीक है। "राहुल गांधी को अन्य सांसदों पर शारीरिक हमला करने का अधिकार किसने दिया? उनकी यह हरकत लोकतंत्र के प्रति उनके विश्वास की कमी को दर्शाती है," रिजिजू ने कहा। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को इस घटना के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। "हम जवाबी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं क्योंकि हम लोकतांत्रिक मूल्यों में यकीन रखते हैं, लेकिन यह घटना बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है।"