Shagun Parihar Kishtwar: जम्मू-कश्मीर में मुस्लिम बहुल सीट से जीतने वाली शगुन परिहार कौन? पिता की आतंकियों ने की थी हत्या
Who Is Shagun Parihar: किश्तवाड़ विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार शगुन परिहार जीत गई है। शगुन के पिता और चाचा की हत्या आतंकियों ने कर दी थी।
जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आ गए हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस को इस चुनाव में प्रचंड जीत मिली है। वहीं, राज्य में बीजेपी दूसरे नंबर की पार्टी रही है। इस जीत के बाद जम्मू-कश्मीर एक सीट की किश्तवाड़ की चर्चा हो रही है। किश्तवाड़ मुस्लिम बहुल इलाका है लेकिन यहां से जीत बीजेपी की शगुन परिहार को मिली है। शगुन परिवार ने एनसी के दो बार के मुस्लिम विधायक को यहां से मात दी है। आइए आपको बताते हैं कि शगुन परिहार कौन है।
आतंकियों ने की थी हत्या
बीजेपी नेता शगुन परिहार के पिता और चाचा की 2018 में आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। वह जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ विधानसभा सीट पर 521 वोटों से चुनाव जीती है। चुनाव आयोग के मुताबिक शगुन परिहार ने मुस्लिम बहुल सीट पर 29,053 वोट हासिल किए हैं। वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के दो बार के विधायक सज्जाद अहमद किचलू को 28, 532 वोट मिले हैं।
बीजेपी ने सहानुभूति को भूनाने के लिए शगुन परिहार को उम्मीदवार बनाया था। शगुन परिहार जहां से चुनाव जीती हैं, वहां मुस्लिम समुदाय की बड़ी आबादी है। इसके बाद हिंदुओं की है। बीजेपी यहां अपना पैर जमाना चाहती है। यह क्षेत्र अतीत में आतंकवाद से प्रभावित रहा है। शगुन परिहार के पिता अजीत परिहार और चाचा अनिल परिहार बीजेपी के नेता था। नवंबर 2018 में दोनों एक आतंकी हमले में मारे गए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में अपनी पहली चुनावी रैली में उस घटना का जिक्र किया था। साथ ही बताया था कि हम कैसे आतंकवाद को खत्म करने की कोशिश में लगे हैं। पीएम मोदी ने कहा था कि हमारी बेटी शगुन परिहार के पिता और चारा की आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। हमने उन्हें यहां से मैदान में उतारा है। वह सिर्फ हमारी उम्मीदवार नहीं हैं बल्कि वह आतंकवाद को खत्म करने के बीजेपी के संकल्प का जीवंत उदाहरण है।
आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव हुए। बीजेपी ने वहां 29 सीटें जीती हैं। महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी को तीन सीटें मिली हैं। आम आदमी पार्टी का भी यहां खाता खुल गया है। डोडा में मेहराज मलिक ने जीत दर्ज की है।