नई दिल्ली: यूपी में एक बार फिर ट्रेन को पटरी से डिरेल करने की कोशिश हुई है। इस बार यह मामला यूपी के बलिया में सामने आया है। बलिया-छपरा रूट पर रेलवे ट्रैक पर रखे एक पत्थर से ट्रेन का इंजन टकरा गया। गनीमत रही की इससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। इस रूट पर मांझी के पास यह पत्थर रखा गया था। उत्तर पूर्व रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि शनिवार को सुबह 10:25 बजे वाराणसी-बलिया-छपरा रेल खंड पर ट्रैक पर एक पत्थर मिला।

लखनऊ से छपरा (बिहार) जा रही 15054 लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस के इंजन के कैटल गार्ड से पत्थर टकराया। ट्रेन के लोको पायलट ने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाया और जरूरी निरीक्षण के बाद ट्रेन दोबारा से रवाना हो सकी। बैरिया पुलिस थाने के एसएचओ ने बताया कि यह घटना चांद दियर गांव के पास यूपी-बिहार बॉर्डर पर मांझी पुल के पहले का है। उन्होंने बताया कि आधे घंटे पहले इसी रास्ते से एक यात्री ट्रेन भी गुजरी थी।

जैसे ही इसकी सूचना मिली तत्काल पुलिस बल मौके पर रवाना होकर निरीक्षण किया। बलिया पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) घटनास्थल की जांच कर रही है। आज हुई इस घटना से पहले, 22 सितंबर को, रामपुर में 18 सितंबर को बिलासपुर रोड और रुद्रपुर सिटी रेलवे स्टेशनों के बीच ट्रैक पर छह मीटर लंबा लोहे का खंभा रखा गया था।

22 सितंबर को, एक मालगाड़ी ड्राइवर ने ट्रैक पर एक खाली एलपीजी सिलेंडर देखा और कानपुर के पास ट्रेन रोकने के लिए इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया। यह इस महीने उत्तर प्रदेश में दूसरी ऐसी घटना थी। 8 सितंबर को, प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने का प्रयास किया गया था। हाल फिलहाल ऐसे कई मामले सामने आए हैं।