भारत चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश विधानसभा की 10 में से 9 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है। यह चुनाव 13 नवंबर को होंगे और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर चुनाव को लेकर अदालत में मामला होने के कारण वहां फिलहाल चुनाव नहीं होंगे। इस फैसले पर समाजवादी पार्टी ने सवाल उठाए हैं।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दिल्ली में बताया कि 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए तैयारी पूरी है। मिल्कीपुर सीट पर चुनाव क्यों नहीं हो रहे, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मामला अदालत में है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा की 10 सीटें अलग-अलग कारणों से खाली हुई हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद करहल सीट खाली हुई है। सपा विधायक जियाउर्रहमान के संभल सीट से जीतने के बाद कुंदरकी सीट खाली है। सपा विधायक लालजी वर्मा के आंबेडकरनगर सीट से जीतने के बाद कटेहरी सीट खाली है। सपा विधायक अवधेश प्रसाद के फैजाबाद से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद मिल्कीपुर सीट खाली है। कानपुर की सीसामऊ सीट से विधायक इरफान सोलंकी को सजा होने के बाद यह सीट खाली हुई है।

इसके अलावा, बीजेपी विधायक चंदन चौहान के बिजनौर से, अतुल गर्ग के गाजियाबाद से, अनूप वाल्मीकि के हाथरस से और प्रवीण पटेल के फूलपुर से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद मीरापुर, गाजियाबाद सदर, खैर और फूलपुर विधानसभा सीटें खाली हुई हैं।

निषाद पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिंद के भदोही से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद मझवां सीट खाली हुई है। फैजाबाद लोकसभा सीट पर हुए चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के लल्लू सिंह को हराया था। यह सीट बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है।

मिल्कीपुर सीट पर चुनाव न होने देने के फैसले पर सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि जब 9 सीट पर चुनाव हो रहे हैं तो 10वीं मिल्कीपुर सीट पर क्यों चुनाव नहीं हो सकते हैं? राज्य सरकार ने निर्वाचन आयोग को क्या रिपोर्ट दी है? यह स्पष्ट किया जाना चाहिए।

बीजेपी प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि 2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट से जीते सपा के अवधेश प्रसाद के नामांकन में जिस व्यक्ति ने नोटरी की थी, उसका लाइसेंस 5 साल पहले ही खत्म हो चुका था। इस मामले में दो उम्मीदवारों ने अदालत में याचिका दायर की थी, जिस पर अभी तक कोई फैसला नहीं आया है। उन्होंने कहा कि मामला अदालत में होने के कारण मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की घोषणा नहीं की गई है।

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष हिंदवी ने कहा कि अयोध्या में लोकसभा चुनाव भाजपा हार गयी थी और उसकी काफी किरकिरी हुई, इसलिए अयोध्या जिले के मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भी हारने के डर से चुनाव कार्यक्रम घोषित नहीं किया। बाकी सीट पर भी 'इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस' (इंडिया) जीतेगा।

2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 10 में से 2 सीटें अपनी सहयोगी निषाद पार्टी को दी थीं। बाकी 8 सीटों पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। निषाद पार्टी मझवां सीट जीतने में कामयाब रही, लेकिन कटेहरी सीट हार गई।

इन 10 सीटों में से बीजेपी सिर्फ 3 सीटें (खैर, गाजियाबाद सदर और फूलपुर) जीत पाई थी। सपा ने 5 और रालोद ने 1 सीट जीती थी। सपा ने करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी, फूलपुर और मझवा सीट पर अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है।