नई दिल्ली: बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शांतो ने भारतीय तेज गेंदबाज मयंक यादव की तेज रफ्तार को लेकर कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है। शांतो ने कहा कि उनकी टीम नेट्स में इसी तरह की गति का सामना करने की आदी है। मयंक यादव ने बांग्लादेश के खिलाफ ग्वालियर में खेले गए पहले T20 में लगभग 150 किमी/घंटा की गति से गेंदबाजी की। अपनी तेज रफ्तार और उछाल से उन्होंने बांग्लादेशी बल्लेबाजों को मुश्किल में डाल दिया।

खास बात यह थी कि मयंक की गेंदबाजी की लेंथ काफी सटीक थी। मयंक ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत मेडन ओवर से की और अपने अगले ओवर में अनुभवी ऑलराउंडर महमुदुल्लाह का विकेट हासिल किया। उनके इस शुरुआती प्रदर्शन को देखकर ऐसा लगा कि आने वाले दो मैचों में बांग्लादेश के बल्लेबाजों के लिए यह सीरीज कठिन साबित हो सकती है।

हालांकि, जब इस बारे में बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शांतो से पूछा गया, तो उनका जवाब अलग था। शांतो ने कहा कि उनकी टीम नेट्स में भी इसी तरह की गति का सामना करती है, इसलिए उन्हें मयंक की गेंदबाजी से ज्यादा चिंता नहीं है। उन्होंने कहा हमारे पास नेट्स में भी ऐसे तेज गेंदबाज हैं। हमें मयंक यादव की गेंदबाजी से ज्यादा फर्क नहीं पड़ा, लेकिन वह एक अच्छे गेंदबाज हैं।

भारत ने यह मैच 7 विकेट से जीतकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की। बांग्लादेश की मौजूदा T20I टीम में तस्किन अहमद के अलावा कोई और तेज गेंदबाज नहीं है, जो नियमित रूप से 140 किमी/घंटा से अधिक की गति से गेंदबाजी कर सके। लेकिन टेस्ट टीम में उनके पास युवा गेंदबाज नाहिद राणा हैं, जो 150 किमी/घंटा के करीब गेंदबाजी कर सकते हैं।

मयंक यादव के प्रदर्शन की बात करें, तो अंत में उन्हें कुछ चौके जरूर लगे, जब मेहदी हसन मिराज और रिशाद हुसैन ने उनकी अतिरिक्त गति का फायदा उठाकर गेंद को थर्ड मैन की दिशा में रैंप किया, लेकिन कुल मिलाकर उनका प्रदर्शन काफी प्रभावशाली था।