कानपुर टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों ने बांग्लादेश के उड़ा दिए होश, सबसे तेज रन का बना दिया विश्व रिकॉर्ड
कानपुर टेस्ट देखकर यह यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा था कि यह टेस्ट मैच चल रहा है या टी-20। भारतीय बल्लेबाज जिस अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे उसे देख हर कोई यह कह रहा था कि अब शायद मैच में कोई नतीजा निकल जाए।
नई दिल्ली: भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरा और आखिरी टेस्ट मैच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। मैच के पहले तीन दिन बारिश के कारण खेल बाधित रहा। दो दिन तो एक गेंद भी नहीं फेंकी जा सकी। चौथे दिन का खेल जब शुरू हुआ तब बांग्लादेश ने 107/3 से पारी आगे शुरू की। मैच शुरू होने से पहले किसी को यह अंदाजा नहीं था कि आज कुछ ऐसा होने वाला है। भारतीय टीम न केवल विश्व रिकॉर्ड बनाया साथ ही साथ जीत की ओर भी कदम बढ़ा दिए हैं।
मैच शुरू हुआ था तो ड्रॉ की उम्मीद थी। लेकिन भारत ने आक्रामक रवैया अपना। बांग्लादेश की पहली पारी को पहले तो 233 पर समेटा और उसके बाद जब भारतीय बल्लेबाज मैदान पर उतरे तो टेस्ट नहीं टी 20 का नजारा देखने को मिला। भारत ने 8.22 रन प्रति ओवर की औसत से टेस्ट की पहली पारी रन बनाए, जो वर्ल्ड रिकॉर्ड है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के 7.53 रन प्रति ओवर के रिकॉर्ड को तोड़ा।
18 गेंदों में 50 रन, 61 में 100, 110 में 150, 146 में 200, और 181 में 250 रन बनाकर भारत ने मात्र दो घंटे में कई विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिए। भारत ने बांग्लादेश को दूसरे सत्र में 233 रन पर ऑलआउट कर दिया और उसके बाद बेहद तेज गति से बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट क्रिकेट में अब तक के सबसे तेज 50, 100, 150 और 200 रन बनाए, ताकि मैच के अंतिम दिन जीतने का मौका बना रहे। 9 विकेट पर जब 285 रन थे तब भारत ने पहली पारी घोषित कर दी।
दूसरी पारी में आर अश्विन ने नई गेंद से कमाल दिखाया और बांग्लादेश ने दिन का खेल 26 रन पर 2 विकेट खोकर समाप्त किया, जबकि वह अभी भी भारत के कुल स्कोर से 26 रन पीछे है। इंग्लैंड के 'बैजबॉल' खेल शैली के प्रशंसक भी भारत की इस आक्रामक बल्लेबाजी से प्रभावित हुए। दिन के अंत में आर अश्विन ने नई गेंद से शानदार गेंदबाजी की, जिससे भारत को मैच जीतने और सीरीज 2-0 से अपने नाम करने की संभावना प्रबल हो गई।