नई दिल्ली: लंबे वक्त बाद मोहम्मद शमी को लोगों ने बॉलिंग करते हुए देखा। 50 ओवरों के विश्वकप के बाद से ही शमी पैर की चोट की वजह से बाहर चल रहे हैं। शमी करीब एक साल बाद मैदान पर वापसी करते हुए रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया। बंगाल की ओर से खेलते हुए इस भारतीय तेज गेंदबाज ने अपनी रफ्तार, सटीक लाइन और लेंथ से मध्य प्रदेश के चार बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। पहली पारी में 19 ओवर के स्पेल में सिर्फ 54 रन देकर 4 विकेट चटकाते हुए शमी ने अपनी फिटनेस और लय का शानदार प्रदर्शन किया। मैदान पर उनकी धमाकेदार वापसी ने टीम इंडिया में उनकी वापसी की उम्मीदें जगा दी हैं, और उन्हें ऑस्ट्रेलिया की धरती पर एक बार फिर कहर बरपाने का मौका मिल सकता है।

ऑस्ट्रेलिया की ओर बढ़ते कदम

रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय चयनकर्ता शमी पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। उन्हें रणजी ट्रॉफी में फिटनेस साबित करने के लिए कहा गया था, जिसके चलते उन्हें आखिरी समय में बंगाल की टीम में शामिल किया गया। पहली पारी में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद शमी ने अपनी दावेदारी मजबूत कर ली है। हालांकि, चयनकर्ता शमी को दूसरी पारी में भी गेंदबाजी करते हुए देखना चाहते हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि दोनों पारियों में गेंदबाजी करने के बाद भी उनके शरीर पर कोई नकारात्मक असर न पड़े। अगर शमी अपनी फिटनेस और लय बरकरार रखते हैं, तो उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच से पहले टीम इंडिया में शामिल किया जा सकता है।

टीम इंडिया के लिए अहम खिलाड़ी

ऑस्ट्रेलिया की उछालभरी पिचों पर मोहम्मद शमी टीम इंडिया के लिए ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। अपनी रफ्तार और स्विंग से वह कंगारू बल्लेबाजों को मुश्किल में डालने की क्षमता रखते हैं। खासकर मोहम्मद सिराज के आउट ऑफ फॉर्म होने के कारण, शमी और बुमराह की जोड़ी भारतीय टीम के लिए बेहद उपयोगी हो सकती है। शमी के पास ऑस्ट्रेलिया में खेलने का अनुभव भी है। उन्होंने वहां खेले 8 टेस्ट मैचों में 31 विकेट चटकाए हैं और दो बार एक पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं। इस अनुभव के साथ शमी एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर धमाल मचाने को तैयार हैं।