नई दिल्ली: बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच के पहले दिन रविचंद्रन अश्विन ने ऐसा खेल दिखाया जिसे लंबे समय तक याद किया जाएगा। अश्विन ने गेंदबाजी में यह कारनामा नहीं बल्कि बल्लेबाजी में किया है। अश्विन ने अपना छठा टेस्ट शतक जमाया और गुरुवार को चेन्नई टेस्ट के पहले दिन रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर बांग्लादेश के खिलाफ भारत को मुश्किल हालात से बाहर निकाला।

अश्विन की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी देख बांग्लादेश के गेंदबाज तो परेशान ही थे साथ ही साथ ड्रेसिंग रूम में बैठे टीम इंडिया के खिलाड़ी भी हैरान थे। अश्विन ने शतक पूरा करने के लिए 108 गेंदों का सामना किया और पारी में 10 चौके और 2 छक्के लगाए। बांग्लादेश को समझ नहीं आ रहा था कि अश्विन और जडेजा की इस जोड़ी को कैसे संभाला जाए।

अश्विन तब बल्लेबाजी करने आए जब भारत 144 रन पर 6 विकेट खो चुका था। भारत के टॉप बल्लेबाज रोहित शर्मा (6), शुभमन गिल (0) और विराट कोहली (6) के साथ पवेलियन लौट गए थे। केवल यशस्वी जयसवाल ने 56 रन बनाए लेकिन वह भी आउट हो गए जबकि ऋषभ पंत (39) और केएल राहुल (16) रन बनाकर चलते बने।

अश्विन और जडेजा के अलावा यशस्वी जयसवाल ने फिफ्टी लगाई। लेकिन कोई दूसरा टॉप आर्डर बल्लेबाज रन नहीं बना सका। भारतीय शीर्ष क्रम के बल्लेबाज बांग्लादेशी गेंदबाजों की परीक्षा लेने में विफल रहे। भारतीय बल्लेबाजी को देख काफी हैरानी हो रही थी क्योंकि न तो पिच और न ही गेंदबाजों ने कोई मुश्किल गेंद डाली हो। अधिकांश बल्लेबाज अपनी गलती से आउट हुए। अब खेल के दूसरे दिन पर नजर रहेगी और भारतीय प्रशंसक चाहेंगे कि जडेजा भी अपना शतक पूरा करें।