नीतीश सरकार का फरमान; पटना, गया, मुजफ्फरपुर समेत इन शहरों में दिवाली के दिन नहीं फटेंगे बम!
Diwali 2024: बिहार के पटना, गया, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर जिलों में दिवाली के दौरान पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है। बिहार सरकार ने वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए यह निर्णय लिया है।
बिहार में इस बार दिवाली कुछ जिलों में शांत रहने वाली है। नीतीश सरकार ने पटना, गया, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में पटाखों पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। यह फैसला वायु प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए लिया गया है। सरकार का कहना है कि इन शहरों में किसी भी तरह के पटाखे, चाहे वो आम हों या हरित पटाखे, न तो बेचे जा सकेंगे और न ही जलाए जा सकेंगे।
दरअसल, दिवाली के समय पटाखों से होने वाले प्रदूषण से हवा काफी खराब हो जाती है। इससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार ने यह कदम उठाया है। पटना जिला प्रशासन ने 24 अक्टूबर 2024 को एक पत्र जारी करके इस फैसले की जानकारी दी।
पत्र में साफ तौर पर कहा गया है कि दीवाली के दौरान वायु प्रदूषण को रोकने के लिए पटना और तीन अन्य शहरों गया, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में हरित पटाखों सहित सभी प्रकार के पटाखों की बिक्री या इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन सभी शहरों में परिवेशी वायु गुणवत्ता बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के निर्देश के बाद यह फैसला लिया गया है।
यह रोक सिर्फ पटाखों की बिक्री पर ही नहीं, बल्कि उनके इस्तेमाल पर भी है। यानी, इन चारों शहरों में कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह का पटाखा नहीं जला सकेगा। पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वह इस नियम का कड़ाई से पालन कराए। जो लोग नियम तोड़ते हुए पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह पहली बार है जब बिहार सरकार ने दिवाली पर पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया है। इससे पहले कुछ खास तरह के पटाखों पर रोक लगाई जाती थी। लेकिन इस बार सरकार ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी।
सरकार के इस फैसले का कुछ लोगों ने स्वागत किया है, तो कुछ लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं। जो लोग इसका समर्थन कर रहे हैं, उनका कहना है कि यह फैसला पर्यावरण की सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। वहीं, जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, उनका कहना है कि दिवाली खुशियों का त्योहार है और पटाखे इस त्योहार का एक अहम हिस्सा हैं। पटाखों पर रोक लगाकर सरकार उनकी खुशियों में खलल डाल रही है।