Bihar Fake Teachers Jobs: बिहार में बीते कुछ सालों में शिक्षकों की भर्ती जमकर हुई है। अब इन शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच हो रही है तो चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। इन शिक्षकों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए बिहार में टीचर्स की नौकरी पाई है। साथ ही सालों से वेतन भी उठा रहे थे। ऐसे शिक्षकों की संख्या हजारों में है। अब शिक्षा विभाग ने ऐसे लोगों पर कार्रवाई की तैयारी कर ली है। इसके बाद हड़कंप मच गया है।

अभी तक की जांच में 4000 शिक्षक फर्जी पाए गए हैं। 80 फीसदी शिक्षकों का सीटेट में निर्धारित अंक से कम नंबर हैं। इसके साथ ही लोगों ने दिव्यांग, जाति, निवास और खेल के फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर नौकरी पा ली है। अब शिक्षा विभाग ऐसे फ्रॉड शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी तेज कर दी है। साथ ही इन्हें वेतन की भी वसूली की जाएगी।

दरअसल, सक्षमता परीक्षा पास 96 शिक्षकों की शुरुआती जांच में डिग्री फर्जी निकली थी। अभी जांच जारी है। बिहार में 1.87 लाख सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों की एक अगस्त से 13 सितंबर तक काउंसलिंग की गई है। इनमें 42 हजार से अधिक शिक्षकों की काउंसलिंग नहीं हुई। वहीं, 3000 खुद से अनुपस्थित रहे हैं। छठ के बाद फिर से काउंसलिंग शुरू होगी।

ऐसे हो रहा फर्जीवाड़े का खुलासा

दरअसल, काउंसलिंग के दौरान मार्कशीट की जांच हो रही तो गड़बड़ी मिल रही है। फिंगर प्रिंट मैच नहीं कर रहा है। एक ही शिक्षक दो-दो जगह पर कार्यरत दिख रहे। रियायत के लिए फर्जी सर्टिफिकेट का इस्तेमाल कर रहे। इसके साथ ही कुछ ऐसे मामले भी आएं, जिसमें अभ्यर्थी एक, सर्टिफिकेट दो और माता-पिता के नाम अलग-अलग हैं।

अभी जो फर्जीवाड़ा पकड़ में आई है, ये सभी नियोजित शिक्षक हैं। इनके लिए ही सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसके बाद काउंसलिंग हो रही है, जिसमें इनके फर्जीवाड़ा का खुलासा हो रहा है। अब देखना होगा कि और कितने फर्जी शिक्षक पकड़े जाते हैं।