बिहार के गोपालगंज में रंगदारी के लिए मछुआरों पर हमला हुआ है। भगवानपुर निजामत गांव में मुखिया संतोष सिंह और उनके गुर्गों ने कथित तौर पर मछली और पैसे की मांग की। मना करने पर दो मछुआरों को गोली मार दी गई और चार अन्य को पीटा गया। घायलों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और आरोप लगाया है कि एक साल से रंगदारी की मांग की जा रही थी।

यह घटना रविवार शाम को गोपालगंज के सिधवलिया प्रखंड के भगवानपुर निजामत गांव में हुई। पीड़ित मछुआरों का कहना है कि वे सरकारी नियमों के तहत मछली पकड़ने का काम करते हैं। लेकिन पिछले एक साल से सलेमपुर पश्चिमी पंचायत के मुखिया संतोष सिंह और उनके लोग उनसे जबरन पैसे और मछली मांग रहे थे।

रविवार को भी जब मछुआरे मछली पकड़ रहे थे, तो मुखिया और उनके गुर्गे वहां पहुंचे और रंगदारी मांगने लगे। मछुआरों ने बताया कि उन्होंने 5 किलो मछली पकड़ी थी जिसमें से आधी मछली और पैसे मांगे जा रहे थे। इनकार करने पर मुखिया और उनके आदमियों ने दो मछुआरों ( नागेंद्र सहनी और चंदन सहनी ) को गोली मार दी। जबकि चार अन्य मछुआरों को लाठी-डंडों से पीटा गया। घायलों को तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है।

पीड़ित मछुआरों ने बताया कि वे पिछले एक साल से मुखिया और उनके गुर्गों द्वारा की जा रही रंगदारी की शिकायत सिधवलिया थाने में कर रहे हैं। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित नागेंद्र सहनी ने बताया कि हम लोग गरीब हैं और मछली पकड़कर अपना गुजारा करते हैं। लेकिन मुखिया जी हमें जीने नहीं दे रहे हैं। हमने कई बार थाने में शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

इस घटना के बाद इलाके के मछुआरे दहशत में हैं। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। गोपालगंज एसडीपीओ ने कहा कि हमें घटना की जानकारी मिली है। पीड़ितों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।