बिहार में हो रहे जमीन सर्वे में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ जगदीश शर्मा की जाति भूमिहार की जगह यादव दर्ज कर दी गई है। इतना ही नहीं, कई जगहों पर बकाश्त जमीन को रैयतों से छीनने की कोशिशों का भी आरोप है। पूर्व सांसद ने इस मामले में सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखकर शिकायत की है और सर्वे में सुधार की मांग की है।

डॉ जगदीश शर्मा जहानाबाद के घोसी प्रखंड के कोर्रा गांव के रहने वाले हैं। वे 6 बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं। उनकी पत्नी और बेटे भी विधायक रह चुके हैं। सर्वे के अभिलेख में डॉ शर्मा की जाति ग्वाला (यादव) लिखी हुई है, जबकि वे भूमिहार हैं। पूर्व सांसद ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि सर्वे में इतनी बड़ी गलती कैसे हो सकती है? अगर पहले चरण में ही अमीन गांव जाकर हर परिवार से मिलकर जमीन की पहचान करते तो यह गड़बड़ी नहीं होती।

उन्होंने आरोप लगाया है कि हुलासगंज प्रखंड के नरमा, किशुनपुर, बिशुनपुर जैसे कई गांवों में बकाश्त जमीन को रैयतों से छीनने की कोशिश हो रही है। इसके अलावा डॉ जगदीश शर्मा ने सर्वे में सुधार के लिए कई सुझाव भी दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जिन रैयतों के पास बकाश्त और मालिक जमीन के कागजात हैं, उन्हें तुरंत रसीद दी जाए। कागजातों में त्रुटि सुधारने के लिए हर गांव में शिविर लगाए जाएं।

अपने साथ हुई गड़बड़ी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैं जाना-माना व्यक्ति हूं, मेरी ही जाति बदल दी गई, इससे साफ है कि सर्वे में बड़ी गड़बड़ी हुई है। वहीं, सीएम सचिवालय ने डॉ जगदीश शर्मा की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए राजस्व और भूमि सुधार विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।