बिहार में बिछने वाला है मेट्रो का जाल! पटना और गया के बाद अब इस शहर में दौड़ेगी मेट्रो, बनेंगे 16 स्टेशन
Bihar Metro News: बिहार में मेट्रो का जाल बिछने वाला है। पटना मेट्रो 15 अगस्त 2025 को शुरू होगी। भागलपुर में भी मेट्रो आएगी। सैदपुर से चंपानगर और स्टेशन चौक से जगदीशपुर तक दो कॉरिडोर बनेंगे। 22 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे।
बिहार में मेट्रो का जाल बिछने वाला है। पटना के साथ-साथ भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में भी मेट्रो परियोजनाओं पर काम चल रहा है। पटना मेट्रो का पहला चरण लगभग पूरा हो चुका है और 15 अगस्त 2025 को इसका उद्घाटन होने की उम्मीद है। भागलपुर और गया में भी मेट्रो परियोजना को हरी झंडी मिल चुकी है। भागलपुर में RITES लिमिटेड की टीम ने मेट्रो रूट का सर्वेक्षण पूरा कर लिया है और दो कॉरिडोर में मेट्रो स्टेशन बनाने का प्रस्ताव दिया है। इससे शहरवासियों को बेहतर यातायात की सुविधा मिलने की उम्मीद है।
पटना मेट्रो का पहला चरण अपने अंतिम पड़ाव पर है। 15 अगस्त 2025 को पटनावासी मेट्रो में सफर का आनंद ले पाएंगे। गया और भागलपुर में भी मेट्रो परियोजना को मंजूरी मिलने से शहरों के विकास को गति मिलेगी। भागलपुर में RITES लिमिटेड की मेट्रो अलाइनमेंट टीम ने मेट्रो रूट का सर्वे पूरा कर लिया है। पहले चरण में दो कॉरिडोर में मेट्रो स्टेशन बनाने का प्रस्ताव रखा गया है।
भागलपुर में प्रस्तावित मेट्रो के दो कॉरिडोर शहर की यातायात व्यवस्था को बदल देंगे। पहला कॉरिडोर सबौर के सैदपुर से नाथनगर के चंपानगर तक होगा, जहां 16 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। दूसरा कॉरिडोर स्टेशन चौक से जगदीशपुर तक होगा, जिसमें 6 मेट्रो स्टेशन होंगे। कुल मिलाकर, दोनों कॉरिडोर में 22 मेट्रो स्टेशन होंगे।
भागलपुर की मेयर वसुंधरा लाल ने बताया कि अगले छह महीनों में मेट्रो का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। शुरुआत में शहरी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। भविष्य में अन्य रूटों का भी सर्वेक्षण किया जाएगा। दूसरे चरण में मंदारहिल, अजगैबीनाथ, बटेश्वरधाम, विक्रमशिला विश्वविद्यालय, जैन मंदिर, कुप्पाघाट आश्रम और शाहजंगी जैसे पर्यटन स्थलों को मेट्रो से जोड़ने की योजना है।
मेट्रो रूट का निर्धारण आम लोगों की राय, ट्रैफिक सर्वे और तकनीकी पहलुओं को ध्यान में रखकर किया गया है। नाथनगर में चंपा नदी के पास अंडरग्राउंड मेट्रो प्लेटफॉर्म बनाने का प्रस्ताव भी है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि लोगों को कम से कम परेशानी हो, परियोजना के लिए अधिकतर जमीन सरकारी होगी। डीएम ने पहले दो कॉरिडोर का काम जल्द से जल्द शुरू करने का सुझाव दिया है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि अधिकतर जगहों पर पिलर के सहारे मेट्रो रेल लाइन बिछाई जाए।