पटना मेट्रो का नेटवर्क बड़ा होगा। यह रांची, भुवनेश्वर, औरंगाबाद, ठाणे, वाराणसी और आगरा के मेट्रो नेटवर्क से भी बड़ा होगा। पटना मेट्रो 30.91 किलोमीटर लंबी होगी। रांची में 16 किलोमीटर, औरंगाबाद में 25 किलोमीटर, भुवनेश्वर में 26.024 किलोमीटर, वाराणसी में 29.23 किलोमीटर और ठाणे में 30 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइनें प्रस्तावित हैं।

इनमें से भुवनेश्वर मेट्रो का काम चल रहा है और ठाणे मेट्रो को मंजूरी मिल चुकी है। रांची, वाराणसी और औरंगाबाद मेट्रो अभी प्रस्ताव के चरण में हैं। आगरा मेट्रो पहले से ही चल रही है, लेकिन यह 27 किलोमीटर लंबी है, जो पटना मेट्रो से छोटी है।

अभी देश के 17 शहरों में मेट्रो चल रही है। दिल्ली मेट्रो सबसे बड़ी है, जिसकी लंबाई 469 किलोमीटर है। पटना समेत छह शहरों में मेट्रो का काम चल रहा है। ये शहर हैं भोपाल, इंदौर, मेरठ, भुवनेश्वर और सूरत। भोपाल और इंदौर में मेट्रो का काम 2018 में शुरू हुआ था और इसे 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। मेरठ में मेट्रो का काम 2019 में, पटना में 2020 में और भुवनेश्वर में 2024 में शुरू हुआ था।

पटना मेट्रो का एक हिस्सा 2025 में शुरू होने की उम्मीद है। पटना मेट्रो दो चरणों में बनेगी। अभी पहले चरण का काम चल रहा है, जिसकी लंबाई 16.86 किलोमीटर है। दूसरे चरण का काम अभी शुरू नहीं हुआ है। पटना मेट्रो को एयरपोर्ट और पटना साहिब गुरुद्वारा तक बढ़ाने का प्रस्ताव है।

नगर विकास एवं आवास विभाग ने बताया कि इसके लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। राइट्स नाम की कंपनी को यह काम सौंपा जाएगा। अगर ऐसा होता है तो पटना मेट्रो का नेटवर्क 8 से 10 किलोमीटर और बढ़ जाएगा।

पटना के अलावा मुजफ्फरपुर, भागलपुर, दरभंगा और गया में भी मेट्रो चलाने की संभावना तलाशी जा रही है। सरकार ने राइट्स से नवंबर तक रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट के आधार पर जनवरी 2025 तक डीपीआर तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। अगर केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी तो विधानसभा चुनाव से पहले इन चारों शहरों में मेट्रो का काम शुरू करने की कोशिश की जाएगी।

देश के इन 17 शहरों में चल रही मेट्रो

दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद, चेन्नई, नागपुर, पुणे, नोएडा, कोच्चि, लखनऊ, गुड़गांव, जयपुर, नवी मुंबई, कानपुर और आगरा। इन शहरों के अलावा विशाखापत्तनम, चंडीगढ़, बड़ोदरा, राजकोट और ठाणे में मेट्रो बनाने की मंजूरी मिल चुकी है। विजयवाड़ा, कोयंबटूर, तिरुवनंतपुरम, गुवाहाटी, रांची, औरंगाबाद और मदुरै में मेट्रो का प्रस्ताव है।