बिहार की भागलपुर पुलिस ने एक बड़े साइबर क्राइम गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह लड़कियों को पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर ठगी करता था। पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें अधिकतर पश्चिम बंगाल के हैं। गिरोह का सरगना राहुल उर्फ जीशान अली भी पकड़ा गया है।

यह गिरोह भागलपुर शहर के बीचों-बीच एक कॉल सेंटर चलाता था, जहां बाहरी लोगों का आना-जाना मना था। यहां से ये लोग ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों को निशाना बनाते थे। लड़कियां फोन करके खुद को कंपनी का कर्मचारी बताती थीं और ग्राहकों से उनके ऑर्डर के बारे में पूछती थीं। फिर उन्हें गिफ्ट देने का लालच देकर उनकी जानकारी हासिल कर लेती थी।

मामला तब सामने पर आया जब 19 अक्टूबर 2024 को भागलपुर साइबर थाना की टीम को एक संदिग्ध फोन नंबर (+917595824734) मिला। इस नंबर के जरिए 269604 रुपये की धोखाधड़ी की चार शिकायतें दर्ज थीं। एसएसपी आनंद कुमार के आदेश पर पुलिस ने बरारी थाना के पास एक फर्जी सेंटर पर छापा मारा।

यहां से 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया और कई फर्जी कागजात और उपकरण बरामद हुए। 23 अक्टूबर को झारखंड के जामताड़ा से सरगना राहुल उर्फ जीशान अली को भी गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि यह गिरोह पूरे देश में फैला हुआ है और हर महीने 50 लाख रुपये से अधिक की ठगी करता है।

गिरोह के सदस्यों को अलग-अलग तनख्वाह मिलती थी। भागलपुर की लड़कियों को 6-7 हजार रुपये मिलते थे, जबकि बाकी लड़के-लड़कियों को अधिक पैसे मिलते थे। गिरफ्तार लोगों ने पुलिस को बताया कि देशभर में ऐसे 2000 से अधिक कॉल सेंटर चल रहे हैं, जहां से लोगों को ठगा जा रहा है।

पुलिस ने इनके पास से 38 मोबाइल फोन, 44 सिम कार्ड, 34 एटीएम कार्ड, 14 चेकबुक, 3 पासबुक, 3 बाइक (एक बुलेट, एक पल्सर और एक स्कूटी), 73500 रुपये नकद, सोने के गहने और एक लैपटॉप बरामद किया है।

पुलिस को एक रजिस्टर भी मिला है जिसमें ठगी से जुड़ी जानकारियां लिखी हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों में जीशान अली उर्फ राहुल, मोहम्मद छोटू, मोहम्मद महताब अली, आदित्य कुमार, निधि वाल्मिकी, विधि वाल्मिकी, प्रियंका कौर, निंदन कौर, कृतिका विश्वकर्मा और लक्ष्मी ठाकुर शामिल हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और बाकी अपराधियों की तलाश में जुटी है।