बिहार के सीतामढ़ी जिले में पुलिस ने नोट डबलिंग के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस रैकेट में शामिल चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि यह रैकेट नेपाल के लोगों को भारत में लाकर उनके साथ ठगी करता था। पुलिस को इस रैकेट में शामिल लोगों के पास से पैसा और हथियार भी मिले हैं।

सीतामढ़ी के सदर डीएसपी राम कृष्णा ने बताया कि पुलिस को पिछले काफी दिनों से मेजरगंज थाना क्षेत्र में नकली नोटों के रैकेट की खबर मिल रही थी। जिसके बाद पुलिस ने एक टीम बनाई और इस रैकेट पर नजर रखने लगी। पुलिस ने पाया कि यह रैकेट नेपाल के सीधे-साधे लोगों को पैसा दोगुना करने का झांसा देकर भारत लाता था। शुरुआत में यह रैकेट एक-दो बार नेपाली लोगों का पैसा दोगुना कर देता था। जिससे उनका इस रैकेट पर भरोसा बढ़ जाता था। लेकिन बाद में जब नेपाली लोग ज्यादा पैसे लेकर आते थे तो यह रैकेट उन पैसों को लूट लेता था।

डीएसपी ने बताया कि नेपाली लोग जब ज्यादा पैसे लेकर आते थे तो यह रैकेट खुद को पुलिस बताकर उनको डराता धमकाता था और उनके पैसे लूट लेता था। इस रैकेट में जो व्यक्ति नेपाली लोगों को भारत लाता था उसे लूट के पैसों में से 50 प्रतिशत हिस्सा दिया जाता था। पुलिस ने बताया कि 4 अक्टूबर की शाम को मेजरगंज थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि सोनौल पावर सब स्टेशन के पास एक स्कॉर्पियो में दो संदिग्ध लोग बैठे हैं। जिसके बाद पुलिस ने वहां छापेमारी की और स्कॉर्पियो सवार दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के अनुसार, पकड़े गए युवकों के नाम सुमन कुमार और रोहित कुमार हैं। सुमन कुमार कुआरी मदन का रहने वाला है और रोहित कुमार भी उसी गांव का रहने वाला है। पुलिस ने बताया कि स्कार्पियो में दो और लोग सवार थे लेकिन वे पुलिस को देखकर भागने में सफल रहे। पुलिस ने बताया कि सुमन के पास से एक-एक हजार के एक लाख नेपाली रुपये बरामद हुए हैं। जबकि रोहित के पास से एक देसी पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ है।

पुलिसिया पूछताछ में सुमन और रोहित ने बताया कि वे लोग सीतामढ़ी शहर के जानकी स्थान रीगा रोड स्थित आदित्य पैलेस होटल में रुके हुए हैं। जिसके बाद पुलिस ने होटल में छापेमारी की और होटल के कमरा नंबर 204 से एक महिला को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि महिला का नाम नीला नुपाने है और वह काठमांडू की रहने वाली है। पुलिस ने होटल के कमरा नंबर 202 से एक नेपाली नागरिक को भी गिरफ्तार किया है।

पुलिस के अनुसार, नेपाली नागरिक का नाम विक्रम थिंक है और वह नेपाल के तमांग का रहने वाला है। विक्रम ने पुलिस को बताया कि इस रैकेट ने उसके साथ एक लाख रुपये की ठगी की है। गिरफ्तार की गई महिला नीला नुपाने ने बताया कि मोहम्मद सत्तार नाम के एक व्यक्ति ने उसके साथ 6 लाख रुपये की ठगी की है। नीला ने बताया कि वह अपने पैसे वापस पाने के लिए इस रैकेट में शामिल हुई थी। उसने विक्रम को 1 लाख रुपये के बदले 2 लाख रुपये देने का वादा किया था। रविवार को उसे विक्रम को 2 लाख रुपये देने थे।

नीला ने आगे बताया कि अगर विक्रम ज्यादा पैसे लेकर आता तो रैकेट के बाकी सदस्य नकली पुलिस बनकर उसके पैसे लूट लेते और उसमें से आधे पैसे उसे दे देते। मेजरगंज थानाध्यक्ष ललित कुमार सिंह ने बताया कि मोहम्मद सत्तार और असलम इससे पहले भी ठगी और दूसरी वारदातों में जेल जा चुके हैं। पुलिस ने बताया कि इस रैकेट का सरगना सत्तार और असलम ही हैं। ये दोनों नेपाल के लोगों को पैसा दोगुना करने का झांसा देकर ठगी करते हैं।