बिहार में शराब रोकने वाले ही कर रहे थे 'खेल', एक ऑडियो से खुली पोल... अब सरकार ने 4 को नाप दिया

Patna News Today: बिहार मद्यनिषेध विभाग ने भ्रष्टाचार के आरोप में चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया। पूर्णिया में तैनात एक निरीक्षक, एक अवर निरीक्षक, एक सहायक अवर निरीक्षक और एक सिपाही पर अवैध वसूली का आरोप लगने के बाद यह कार्रवाई की गई है।

Bihar News Today: मद्यनिषेध विभाग ने भ्रष्टाचार के आरोप में चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इन अधिकारियों पर अवैध वसूली का आरोप है। एक शिकायत के आधार पर जांच के बाद यह कार्रवाई की गई। शिकायतकर्ता ने ऑडियो रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई थी। विभाग के आयुक्त ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

मद्यनिषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने पटना में बड़ी कार्रवाई करते हुए चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित अधिकारी निरीक्षक सुमन कांत झा, अवर निरीक्षक चंदन कुमार, सहायक अवर निरीक्षक दिनेश कुमार दास और मद्यनिषेध सिपाही प्रदीप कुमार हैं। ये सभी पूर्णिया के मद्यनिषेध चलिष्णु दल में तैनात थे। इन पर एक शिकायत के बाद भ्रष्टाचार के आरोप में कार्रवाई की गई है।

जानकारी के अनुसार, 3 दिसंबर को आयुक्त उत्पाद सह निबंधन महानिरीक्षक रजनीश कुमार सिंह के आदेश पर इन चारों अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। यह कार्रवाई सोनू कुमार पोद्दार (पिता महेश पोद्दार, निवासी महेंद्रपुर, पोस्ट मोगमटगामा, थाना मुफस्सिल रानीपतरा, जिला पूर्णिया) की शिकायत पर हुई है। सोनू कुमार ने 1 दिसंबर की रात को WhatsApp पर एक आवेदन और ऑडियो रिकॉर्डिंग भेजी थी। इसमें उन्होंने इन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।

सोनू कुमार ने आरोप लगाया था कि इन अधिकारियों ने उनसे अवैध वसूली की। उन्होंने गाली-गलौज की और झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर पैसे मांगे। आयुक्त रजनीश कुमार सिंह ने मामले की जांच के लिए सहायक आयुक्त मद्यनिषेध पूर्णिया को निर्देश दिया।

जांच के दौरान ऑडियो रिकॉर्डिंग की भी जांच की गई। जांच अधिकारी ने पुष्टि की कि ऑडियो में पैसे के लेन-देन की बातचीत हो रही है। चारों अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन उनके जवाब संतोषजनक नहीं पाए गए। जांच में आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए। इसके बाद चारों को निलंबित कर दिया गया।

आयुक्त रजनीश कुमार सिंह ने कहा कि अन्य शिकायतों की भी जांच चल रही है। अगर आरोप सही पाए गए तो भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार नशे के कारोबार को रोकने के लिए काम कर रही है। इसका गलत इस्तेमाल करके निर्दोष लोगों को फंसाने की कोशिश बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को ईमानदारी से काम करने का निर्देश दिया है।

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