बिहार के टीबी मरीजों के लिए नीतीश सरकार ने खोला खजाना, अब हर महीने मिलेंगे इतने रुपये
बिहार में टीबी मरीजों को अब पांच सौ की जगह एक हजार रुपये मिलेंगे। यह राशि एक नवंबर से लागू होगी। मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और भागलपुर में 100 बेड के इएसआइ अस्पताल खुलेंगे।
बिहार में टीबी मरीजों के लिए खुशखबरी है। अब उन्हें 'निक्षय पोषण योजना' के तहत मिलने वाली राशि दोगुनी हो जाएगी। 1 नवंबर से उन्हें 500 रुपये की जगह 1000 रुपये मिलेंगे। केंद्र सरकार के इस फैसले से राज्य के करीब 1.54 लाख से अधिक टीबी मरीजों को फायदा होगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की अपर सचिव और मिशन निदेशक आराधना पटनायक ने इस संबंध में पत्र जारी कर दिया है।
पहले टीबी मरीजों को अप्रैल 2018 से 'नेशनल टीबी एलिमिनेशन प्रोग्राम' के तहत 500 रुपये दिए जाते थे। स्टेट आईईसी ऑफिसर (टीबी) बुशरा अजीम ने बताया कि अब सभी पुराने और नए टीबी मरीजों को एक नवंबर से बढ़ी हुई राशि मिलेगी। उन्होंने कहा कि उपचाराधीन और नए सभी टीबी मरीजों को बढ़ी हुई यह राशि एक नवंबर से मिलेगी।
इसके अलावा बिहार के तीन शहरों - मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और भागलपुर में 100-100 बेड के ESI अस्पताल खुलेंगे। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) ने मंगलवार को नई दिल्ली में हुई 194वीं बैठक में यह फैसला लिया। इस फैसले से राज्य के ESIC से जुड़े बीमित लोगों और उनके परिवारों को इलाज की बेहतर सुविधा मिलेगी। केंद्रीय श्रम मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में बिहार से श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद भी शामिल हुए। मुजफ्फरपुर में अस्पताल बनाने के लिए दो करोड़ नौ लाख 25 हजार 918 रुपये का भुगतान किया जा चुका है। 5.07 एकड़ जमीन के हस्तांतरण का प्रस्ताव बिहार सरकार के राजस्व और भूमि सुधार विभाग से मिल चुका है। ESIC की मंजूरी मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बेगूसराय के बरौनी में 100 बेड वाले ESI अस्पताल और डिस्पेंसरी सह शाखा कार्यालय (DCBO) के लिए 5.5 एकड़ जमीन दी जा चुकी है। भागलपुर में 100 बेड का अस्पताल बनाने के लिए भी ESIC ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। बैठक में ESIC ने बिहार से जुड़े लंबित मुद्दों पर जल्द कार्रवाई करने का अनुरोध किया।