वाह! बिहार की MBA पास मुखिया को मिलेगा राष्ट्रपति सम्मान, जानें कौन हैं प्रियंका सिंह
छपरा की मुखिया प्रियंका सिंह को राष्ट्रपति सम्मान से नवाजा जाएगा। प्रियंका सिंह तरैया प्रखंड की डेवढ़ी पंचायत की मुखिया हैं। उन्हें 11 दिसंबर को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा।
छपरा की एमबीए पास मुखिया प्रियंका सिंह को राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के लिए चुना गया है। यह पुरस्कार पंचायती राज व्यवस्था में उनके योगदान के लिए दिया जा रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 11 दिसंबर को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में उन्हें सम्मानित करेंगी। यह सम्मान पाने वाली प्रियंका सारण जिले की एकमात्र मुखिया हैं। इससे पहले भी उन्हें कई राष्ट्रीय स्तर के सम्मान मिल चुके हैं। उनके ससुर शंभू सिंह भी 32 साल तक मुखिया रहे हैं। उन्हीं से प्रेरित होकर प्रियंका ने भी समाजसेवा का रास्ता चुना।
प्रियंका को 'वुमन फ्रेंडली पंचायत' के लिए भी सम्मानित किया जा चुका है। यह सम्मान उन्हें राजस्थान के जयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में पंचायती राज के पितामह कहे जाने वाले एसएम विजयानंद ने दिया था। 'राष्ट्रीय समारोह पंचायत से पार्लियामेंट तक' कार्यक्रम में भी सशक्त महिला जनप्रतिनिधि के रूप में उनका चयन हुआ और उन्हें संसद के सेंट्रल हॉल में सम्मानित किया गया। गणतंत्र दिवस की परेड में भी वे शामिल हो चुकी हैं।
प्रियंका ने दिल्ली के बिजनेस स्कूल से एमबीए किया है। उन्होंने महिंद्रा एंड महिंद्रा और इंडिगो एयरलाइंस जैसी बड़ी कंपनियों में नौकरी की। इंडिगो में उनकी सैलरी 80 हजार रुपये थी। लेकिन उन्होंने नौकरी छोड़कर अपने गांव डेवढ़ी लौटने और पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला किया। उनका मानना था कि वे अपने गांव के लोगों, खासकर महिलाओं के लिए कुछ करना चाहती हैं। उनके परिवार को शुरुआत में यह फैसला अजीब लगा, लेकिन बाद में सभी ने उनका समर्थन किया।
प्रियंका सिंह आज महिला सशक्तिकरण की एक मिसाल हैं। उन्होंने दिखाया है कि शिक्षा और कॉर्पोरेट अनुभव का इस्तेमाल गांव के विकास के लिए भी किया जा सकता है। उनकी कहानी युवाओं, खासकर महिलाओं के लिए प्रेरणादायक है।